बरेली: जिले की कोतवाली पुलिस ने एक ऐसे फर्जी सिपाही को गिरफ्तार किया है, जो महिला पुलिसकर्मियों को अपने प्रेमजाल में फंसाकर उनसे लाखों रुपए ऐंठता था और शादी का झांसा देकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम देता था. बरेली में तैनात एक महिला सिपाही की शिकायत पर दर्ज मुकदमे में पुलिस ने लखीमपुर खीरी के रहने वाले आठवीं पास फर्जी सिपाही राजन वर्मा को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार फर्जी सिपाही राजन वर्मा पर पांच मुकदमे दर्ज हैं, बाकी की पुलिस जानकारी कर रही है.
पुलिस के मुताबिक, महिला सिपाही ने बताया कि बरेली जिले में तैनाती के दौरान एक मैसेज आया और खुद को एडीजी कानून व्यवस्था लखनऊ में सिपाही के पद पर तैनात बताते हुए उसकी जाति का बताया. बरेली में तैनात महिला सिपाही और राजन वर्मा की बातचीत धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. आरोप है कि राजन वर्मा ने बरेली में तैनात महिला सिपाही से शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए और किसी न किसी बहाने से लाखों रुपए ठग लिए. इतना ही नहीं महिला सिपाही के नाम से लगभग 30 लाख रुपए के दो लोन भी करा दिये. एक लग्जरी कार खरीद ली.
महिला सिपाही का आरोप है कि आरोपी राजन वर्मा ने उसके खाते में आने वाली सैलरी भी अपने खाते में ट्रांसफर कराकर एक साल का वेतन भी ले लिया. जिसके बाद महिला सिपाही को कुछ गड़बड़ का एहसास हुआ और जब उसने राजन वर्मा के बारे में सही से जानकारी की तो पता चला कि वह उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही नहीं है, बल्कि आठवीं पास ठग है, जो भोली भाली महिला सिपाहियों को अपना टारगेट बनाता है और दोस्ती कर शादी का झांसा देकर ठगी करता है. इसके बाद महिला सिपाही की तहरीर पर बरेली कोतवाली में दुष्कर्म सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस तब से उसकी तलाश कर रही थी. कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को फर्जी सिपाही राजन वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपी बनना चाहता था सिपाही : कोतवाली पुलिस ने फर्जी सिपाही राजन वर्मा को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की तो पता चला कि लखीमपुर खीरी का रहने वाला राजन वर्मा खुद पुलिस में भर्ती होना चाहता था, लेकिन आठवीं पास होने के चलते उसे नौकरी नहीं मिली और इस दौरान उसकी दोस्ती अयोध्या पुलिस में तैनात सुनील गुप्ता से हो गई और उसके साथ रहते-रहते पुलिस के गुण सीख लिए, जिसके बाद खुद वर्दी पहनकर फर्जी सिपाही बनकर महिला सिपाहियों के साथ ठगी की घटना को अंजाम देने लगा.
बरेली कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दिनेश शर्मा ने बताया कि कुछ साल पहले फर्जी सिपाही राजन वर्मा ने एक महिला सिपाही को अपने झांसे में लेकर उससे शादी कर ली, लेकिन जब महिला सिपाही को इसकी हकीकत पता चली तब उसने उससे दूरी बना ली. आरोपी राजन वर्मा ने उत्तर प्रदेश पुलिस की वेबसाइट के माध्यम से महिला सिपाहियों से दोस्ती करना शुरू की और वहीं से नंबर निकालकर बरेली में तैनात एक महिला सिपाही से बातचीत शुरू की.
आरोपी ने महिला सिपाही को उसी की जाति का बताकर अपनी बातों में फंसा लिया और फिर शादी का झांसा देकर उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए. इतना ही नहीं बरेली में तैनात महिला सिपाही से लाखों रुपए ठग भी लिए. बताया जा रहा है कि आरोपी कई महिला सिपाहियों से दोस्ती कर लाखों रुपए ठग चुका है. फिलहाल इसके बारे में और जानकारी की जा रही है और इसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेजा जा रहा है.