कानपुर की मासूम जिंदगी की जंग हार गई. जिंदगी की जंग के साथ वह समाज को भी हिला गई. जी हां. 3 साल की मासूम लगातार 5 दिन अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ी. मगर वह आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई. आपको बता दें कि 10 साल के बच्चे के द्वारा 3 साल की मासूम के साथ रेप की कोशिश की गई थी. इस दौरान मासूम गंभीर घायल हो गई थी. बच्ची का इलाज हैलट अस्पताल में चल रहा था. वह 5 दिनों से आईसीयू में थी. मगर अब उसकी मौत हो गई है.
आपको बता दें कि पिछले दिनों कानपुर से एक ऐसी वारदात सामने आई, जिसने सभी को हिला कर रख दिया. जिसने भी ये खबर सुनी या पढ़ी, एक पल के लिए उसे अपनी आंखों और कानों पर विश्वास ही नहीं हुआ. दरअसल जिस उम्र में बच्चों की खेलने और स्कूल जाने की उम्र होती है, उस उम्र में यहां एक 10 साल के बच्चे ने रेप जैसे गंभीर अपराध को अंजाम देने की कोशिश की. आरोपी बच्चे ने 3 साल की मासूम के साथ रेप का प्रयास किया.
बच्ची को साइकिल पर बैठाकर ले गया नाले के किनारे
सभी को हिला डालने वाला ये मामला कानपुर के चकेरी इलाके से सामने आया था. मिली जानकारी के मुताबिक, 10 साल का बच्चा, 3 साल की मासूम को साइकिल पर बैठाकर नाले के किनारे ले गया. वहां जाकर बच्चे ने मासूम के साथ रेप करने की कोशिश की.
मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची की आवाज सुनकर जब लोग मौके पर पहुंचे तब तक आरोपी बच्चा वहां से भाग गया. बच्ची को इलाज के लिए फौरन अस्पताल ले जाया गया. आपको ये भी बता दें कि बच्ची के गायब होने के बाद उसके परिजन उसे लगातार खोजने की कोशिश कर रहे थे.
ऑर्गन फेल होने से गई बच्ची की जान
मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची का इलाज हैलट के बाल रोग विभाग में चल रहा था. डॉक्टरों ने उसे बचाने की हर कोशिश की. मगर वह कामयाब नहीं हुए. मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची की जान ऑर्गन फेल होने की वजह से गई है.
आपको ये भी बता दें कि आरोपी बच्चे को शुक्रवार को पुलिस ने बाल सुधार गृह में भेज दिया है. बेटी की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
बच्चा, अब तक 3 बच्चियों के साथ कर चुका है रेप की कोशिश
आरोपी बच्चे के खिलाफ पड़ोस की महिलाओं ने हैरान कर देने वाले आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि ये बच्चा, इससे पहले 3 बच्चियों के साथ इस तरह की वारदात को अंजाम देने की कोशिश कर चुका है. इस बच्चे की हरकतों से पूरा एरिया डरा हुआ है. सभी को अपने-अपने बच्चों की चिंता हो होने लगी है.
कानपुर से आए इस मामले ने समाज को भी सोचने पर मजबुर कर दिया है कि आखिर हमारे बच्चे कहां जा रहे हैं. आखिर इतनी छोटी उम्र में उनके अंदर इस तरह की मानसिकता कैसे आ रही है
पुलिस ने ये बताया
इस पूरे मामले पर एसीपी चकेरी अमरनाथ यादव ने बताया, “ आरोपी बच्चे का मेडिकल कराने पर उसकी उम्र 10 साल आई है. उसको बाल सुधार गृह में भेजा गया है. बच्ची की मौत हो गई है. उसका पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है. वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.