संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा की बादलपुर पुलिस ने ऐसे गिरोह का भांडाफोड़ किया है जो जालसाजी व धोखाधड़ी कर ऑनलाइन जुआ व सट्टा लगते थे और अन्य लोगों से लगवाते थे। पुलिस ने गिरोह के छह शातिर सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से लैपटॉप, मोबाइल, पासबुक, चेक बुक व एटीएम कार्ड सहित अन्य सामान भी बरामद किया है।
दरअसल, गौतम बुध नगर में अपराधियों के विरुद्ध पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान में बादलपुर पुलिस ने ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो क्रिकेट, टेनिस व कसीनो सहित अन्य गेमों के लिए ऑनलाइन सट्टा लगवाते थे और सट्टा लगाते थे। पुलिस ने इस गिरोह के 6 शातिर सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया है जबकि चार आरोपी अभी फरार है जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
एडिशनल डीसीपी सेंट्रल नोएडा हिरदेश कठेरिया ने बताया कि बादलपुर पुलिस द्वारा लोकल इंटेलिजेंस में गोपनीय सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुए रविवार को ऑनलाइन सट्टा लगाने और लगवाने वाले गिरोह के छह सत्तरबाजो को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें बादलपुर थाना क्षेत्र के खेड़ा धर्मपुरा निवासी रोहित शर्मा बिहार निवासी पंकज कुमार सिंह, सचिन कुमार, रविंद्र कुमार, अभिषेक कुमार और राजन सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
ये सट्टेबाज अभी है फरार
पुलिस ने छह सट्टेबाजों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि इस गिरोह के चार सट्टेबाज अभी फरार है। जिनकी पहचान बादलपुर थाना क्षेत्र के खेड़ा धर्मपुरा निवासी प्रिंस शर्मा, बिहार निवासी रवीश कुमार , मनीष और सुभाष चंद्र के रूप में हुई है।
ऐसे कराते थे ऑनलाइन फर्जीवाडा
एडीसीपी ने बताया कि यह सभी शातिर किस्म के सट्टेबाज हैं जिनके द्वारा गृह बनाकर fairplay24.in वेबसाइट के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग कर ऑनलाइन सट्टा खेलने में खिलाने का काम किया जाता था। आरोपियो ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि fairplay24.in नाम की एक सट्टा वेबसाइट पर ऑनलाइन सट्टा खिलाने थे। इस वेबसाइट को सुभाष चंद्र जो भिलाई छत्तीसगढ़ का रहने वाला है वही ऑपरेट करता है। उसी के द्वारा गिरफ्तार आरोपी कस्टमर को ऑनलाइन सट्टा खिलाने के लिए यूजर आईडी पासवर्ड देते थे।
इन गेमों में ऑनलाइन लगवाते थे सट्टा
इस fairplay24.in नाम की वेबसाइट में क्रिकेट, फुटबॉल टेनिस आदि खेलों पर सट्टा लगाया जाता है तथा इसी सट्टे की साइट पर कसीनो भी खिलाया जाता है। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि कस्टमर हमारी साइट पर ऑनलाइन साइन अप करके लॉगिन आईडी पासवर्ड बनाते हैं तथा सट्टा लगाने के लिए कम से कम ₹300 इस वेबसाइट में जमा करने पड़ते हैं। जिसका लिंक हमारे बैंक खातों से रहता है तभी ऑनलाइन सट्टा लगाया जाता है। कुछ कस्टमर बड़ी रकम भी लगते हैं जब वह हार जाते हैं तो वह पैसा हमारा हो जाता है और इन रुपयों को हम खातों से निकाल लेते हैं तथा आपस में बताकर मोटा मुनाफा कमाते हैं जिसमें से कुछ हिस्सा सुभाष चंद्र को भी जाता है।
ऐसे फर्जी बैंक खातों में करते थे लेनदेन
आरोपियों ने बताया कि इस काम के लिए हम फर्जी तरीके से बैंक खाता खुलवाते हैं और गरीब लोगों को रुपए का लालच देकर उनके खाते खुलवाकर उनकी पासबुक, चेक बुक तथा एटीएम कार्ड अपने पास रख लेते हैं। तथा खातों में अपने मोबाइल नंबर रजिस्टर करते हैं क्योंकि जब कोई पैसे का लेनदेन खाते में होता है तो हमारे ही नंबर पर उसका मैसेज आता है। जिसको हम पढ़कर कस्टमर को वेबसाइट पर साइन अप के बाद लॉगिन पासवर्ड सट्टा खेलने के लिए उपलब्ध कराते हैं। उसके बाद कस्टमर जीत जाता है तो हम उसकी रेट के हिसाब से कुछ पैसे काट कर दे देते हैं और जब हमारा कस्टमर हार जाता है तो हम उसका पैसा इन खातों के माध्यम से निकाल लेते हैं तथा साथ ही हम फर्जी कॉल करके लागोस के साथ ठगी भी करते हैं।
गिरफ्तार सट्टेबाजो से यह हुई बरामदगी
बादलपुर पुलिस ने सट्टा खिलाने वाले गिरोह के 6 शातिर सत्तरबाजो को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने चार लैपटॉप, 21 मोबाइल, 5 पासबुक, 31 चेक बुक, 49 एटीएम कार्ड, 7 फर्जी आधार कार्ड, दो डायरी और चार रजिस्टर सहित अन्य सामान बरामद किया है।