उत्तर प्रदेश में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने अभियान ‘आहट’ के तहत सीमांचल एक्सप्रेस से 93 बच्चों को उतारा है. पुलिस के मुताबिक, ये बच्चे बिना किसी आईडी के राजस्थान और उत्तराखंड ले जाए जा रहे थे. वहीं, बच्चों को ले जा रहे 9 लोगों को भी हिरासत में लिया गया है. फिलहाल बच्चों की काउंसलिंग कराई जा रही है.
मामला सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन और गुरुवार का है. पुलिस की मुताबिक, आरपीएफ और जीआरएफ की टीम को मानव तस्करी की गुप्त सूचना मिली थी. इसके बाद मौके पर पहुंची फोर्स ने सीमांचल एक्सप्रेस से प्रयागराज जंक्शन स्टेशन पर ट्रेन नंबर 12487 के कोच संख्या एस-6, एस-7 एवं एस-8 से 93 बच्चों को उतारा गया है. बच्चों की उम्र 10 से 13 साल बताई जा रही है.
नहीं मिली कोई आईडी
जानकारी के मुताबिक, एजेंटो के छह ग्रुप के साथ यह बच्चे ट्रेन से जा रहे थे. इन बच्चों के साथ 9 लोगों को भी ट्रेन से उतारा गया है. पुलिस की जांच और पूछताछ में पता चला कि इन बच्चों को राजस्थान और उत्तराखंड ले जाया जा रहा था.पुलिस का कहना है कि इन्हें ले जा रहे लोगों के पास से बच्चों को ले जाने का कोई भी प्रमाण नहीं मिला. न ही बच्चों के साथ उनके माता-पिता या परिवार के किसी दूसरे मेंबर की आईडी मिली.
बच्चों की काउंसलिंग जारी
इसके बाद पुलिस की टीम ने इन बच्चों को बाल कल्याण समिति/प्रयागराज के सामने पेश किया. फिलहाल इन बच्चों की देखरेख की जा रही है. साथ ही काउंसलिंग भी जारी है. इस दौरान बताया गया कि आरपीएफ की ओर से इस मामले में काफी दिनों से जानकारी जमा की जा रही थी. साथ ही बच्चों को ले जा रहे व्यक्तियों की ट्रेन में लोकेशन लेकर कार्रवाई की गई.
इन बच्चों को बिहार के अररिया स्टेशन से सीमांचल एक्सप्रेस में चढ़ाया गया था. वहीं, प्रयागराज जंक्शन पर ट्रेन के आने से पहले ही प्लेटफार्म नंबर दो पर आरपीएफ की महिला विंग, डिटेक्टिव विंग के चाइल्ड हेल्प लाइन के स्टाफ तैनात हो गए थे. इस दौरान तीन कोच से 93 बच्चे और नौ एजेंटों को उतारा गया.