ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने तय रिजर्व प्राइस से करीब डेढ़ गुना दामों पर तीन बिल्डर भूखंड बेचने में सफलता पाई है। रिजर्व प्राइस पर इन तीन भूखंडों से करीब 200 करोड़ रुपये मिलने का आकलन था, लेकिन औसतन डेढ़ गुना अधिक रेट पर बिकने से प्राधिकरण को इन तीन भूखंडों से अब 305 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। यह रकम 90 दिनों में एकमुश्त मिल जाएंगे। ग्रेटर नोएडा में पहली बार बिल्डर भूखंड का आवंटन ई-ऑक्शन के जरिए हुआ है। इससे ग्रेटर नोएडा में आशियाना चाहने वाले खरीदारों का सपना भी पूरा हो सकेगा।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी की पहल पर बिल्डर विभाग ने 11 भूखंडों की योजना 06 दिसंबर 2022 को निकाली थी। आवेदन करने की अंतिम तिथि 27 दिसंबर थी। इनमें से सेक्टर 10 व सेक्टर 12 के तीन भूखंडों के लिए नौ निविदाएं प्राप्त हुईं। मंगलवार को इनकी बिड खुली। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ अदिति सिंह ने बताया कि सेक्टर 10 (प्लॉट- जीएच 03ए) के 22 हजार वर्ग मीटर के भूखंड के लिए रिजर्व प्राइस के आधार पर 70.84 करोड़ रुपये कीमत मिलने का आकलन था, लेकिन मंगलवार को इस भूखंड के लिए 18 राउंड की बिडिंग हुई। मैसर्स गोल्फ ग्रीन मैनसंस ने सर्वाधिक 127.05 करोड़ रुपये की बिड लगाई। इस तरह ये भूखंड रिजर्व प्राइस से करीब 60 फीसदी अधिक दर पर बिका है।
वही दूसरा भूखंड भी सेक्टर 10 (प्लॉट-जीएच 04ए) में ही 20240 वर्ग मीटर का बिका है। रिजर्व प्राइस से इसकी कीमत 70.84 करोड़ रुपये थी, लेकिन ये 57 प्रतिशत अधिक दर पर 125.38 करोड़ रुपये में बिका है। इस प्लॉट के लिए आयरिश इंफ्रास्ट्रक्चर और अंशु हॉस्पिटल ने ये बिड लगाई है।
इसके साथ ही तीसरा भूखंड सेक्टर 12 में जीएच-02सी, 14998 वर्ग मीटर एरिया का बिका है। रिजर्व प्राइस से इसकी कीमत 52.49 करोड़ रुपये तय की गई है, लेकिन यह 53.01 करोड़ रुपये में बिका है। इस भूखंड के लिए सवाना बिल्डर्स कंपनी और एल्डिको इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्रॉपर्टी ने सर्वाधिक बिड लगाई।
इन भूखंडों के आवंटन से प्राधिकरण को 90 दिन में करीब 305 रुपये प्राप्त हो जाएंगे। एसीईओ ने बताया कि 90 दिनों में इन तीनों भूखंडों की पूरी कीमत प्राप्त हो जाएगी। इनका आवंटन पत्र भी तत्काल जारी कर दिया जाएगा।
प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि बिल्डर भूखंडों का पहली बार ई-ऑक्शन हुआ है। इसके बावजूद रिजर्व प्राइस से डेढ़ गुना अधिक कीमत प्राप्त हुआ है। इसी से पता चलता है कि एनसीआर का सबसे ग्रीन शहर ग्रेटर नोएडा हर तरह के निवेशकों की पहली पसंद बना हुआ है। इंडस्ट्री हो, डाटा सेंटर हो या फिर रिहायशी प्रोजेक्ट, यहां की हर तरह की संपत्ति में लोग निवेश करना चाहते हैं।