संभल। एंटी करप्शन टीम ने सदर तहसील में तैनात कानूनगो को छह हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। कानूनगो ने शिकायतकर्ता से ठियाबंदी की रिपोर्ट लगाने के नाम पर रिश्वत मांगी थी। एंटी करप्शन टीम कानूनगो को पकड़कर हयातनगर थाने ले गई। जहां कानूनगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।
शिकायतकर्ता दुर्गेश कुमार मूलरूप से बटौआ गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में वह मुरादाबाद में रहते हैं। उनकी बटौआ गांव में पुस्तैनी जमीन है। जिसकी ठियाबंदी कराने के लिए उन्होंने एसडीएम संभल की कोर्ट में वाद दायर किया था। एसडीएम कोर्ट में दायर वाद में ठियाबंदी कराने के लिए कानूनगो विरेंद्र सिंह को रिपोर्ट लगानी थी। दुर्गेश कुमार के मुताबिक वह बीते दो वर्षों से ठियाबंदी की रिपोर्ट लगाने के लिए लेखपाल व कानूनगो के चक्कर काटकर थक चुका था। पहले गांव बटौआ पर तैनात लेखपाल ने रिपोर्ट लगाकर नहीं दी। अब कानूनगो विरेंद्र सिंह को ठियाबंदी के वाद में रिपोर्ट लगानी थी। लेकिन कानूनगो रिपोर्ट लगाने के एवज में 12 हजार रुपये की मांग कर रहा था। बगैर रिश्वत दिए कानूनगो रिपोर्ट नहीं लगा रहा था। कानूनगो ने छह हजार रुपये पहले और छह हजार रुपये ठियाबंदी के बाद देने की बात कही। पीड़ित दुर्गेश कुमार ने एंटी करप्शन टीम (भ्रष्टाचार निवारण संगठन मुरादाबाद मंडल) से संपर्क किया। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी कृष्ण अवतार के नेतृत्व में प्लानिंग तैयार की गई। तय प्लानिंग के तहत पीड़ित दुर्गेश कुमार ने कानूनगो को फोन किया, तो कानूनगो ने उसे सदर तहसील पर बुला लिया। दुर्गेश कुमार तहसील भवन में दूसरी मंजिल पर बने कानूनगो के कमरे में पहुंच गया। एंटी करप्श्न टीम भी तय समय पर वहीं पहुंच गई। दुर्गेश कुमार ने केमिकल लगे नोट कानूनगो विरेंद्र सिंह को थमाए, वैसे ही एंटी करप्शन टीम ने कानूनगो को दबोच लिया।