ग्रेटर नोएडा। ग्रेनो वेस्ट में रविवार को दसवें हफ्ते फ्लैट खरीदार ने जोरदार प्रदर्शन किया। घर खरीदारों की संस्था नेफोवा के नेतृत्व में रविवार को कार और बाइक रैली निकाली गई। फ्लैट ख़रीदारों ने उत्तर प्रदेश सरकार, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण, पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। इस रैली मे करीब 300 वाहन शामिल हुए और 500 से ज्यादा फ्लेट खरीदारों ने हिस्सा लिया है। फ्लेट खरीदार और पुलिस के बीच नौक झोंक भी हुई, लेकिन खरीदारों ने प्रदर्शन रोकने से साफ मना कर दिया।
रैली ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ज़्यादातर सोसायटियों के पास से गुजरी,जहां सोसायटी के लोग भी रैली में शामिल होते चले गए। दो महीने लगातार एक मूर्ति चौक पर हर रविवार धरना-प्रदर्शन के बाद कार-बाइक रैली निकाली गई। रैली में शामिल घर ख़रीदारों का स्पष्ट रूप से कहना है कि उनका आंदोलन अब रुकने वाला नहीं है। वो तब तक आंदोलन जारी रखेंगे जब तक लोगों को घर नहीं मिलते और रजिस्ट्री नहीं शुरु होती। वहीं घर ख़रीदारों ने एक मिनट का मौन रखकर यूपी के मंत्री रवींद्र जायसवाल के अख़बार में छपे बयान का विरोध किया। जिसमें उन्होंने कहा है कि घर ख़रीदारों और बिल्डरों की मिलीभगत की वजह से रजिस्ट्री नहीं हो रही है। घर ख़रीदारों ने मंत्री को सद्बुद्धि देने की ईश्वर से प्रार्थना की।
नेफ़ावा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा है कि जिस बड़ी संख्या में घर ख़रीदारों निकल कर आए वो बताता है कि कितनी ज़्यादा परेशानी है। उन्होंने कहा है कि लगातार अलग-अलग तरह से विरोध प्रदर्शन जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अब झूठे वादों के जाल में फंसने वाले नहीं हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिल्डरों और पुलिस की मिलीभगत है और प्रदर्शन को रोकने की कोशिश की गई। अभिषेक कुमार ने कहा कि तमाम घर ख़रीदारों ने एकजुट होकर कहा है कि वो अब रुकने वाले नहीं हैं और ना ही किसी भी हालत में आंदोलन रुकनेवाला है।
आंदोलन के थिंक टैंक मिहिर गौतम का कहना है कि सरकार को परेशानी पता है। बिल्डर से अथॉरिटी को पैसे लेने हैं लेकिन सज़ा घर ख़रीदारों को दी जा रही है, जबकि घर ख़रीदारों ने सारा पैसा दे दिया है। 13 साल बाद भी लोगों को घर नहीं मिल रहा है, सात साल बाद भी रजिस्ट्री नहीं हो रही है। इस रैली के दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात रही घर खरीददारो में इस दौरान बिल्डर के खिलाफ भारी रोष देखने को मिला। रैली में शामिल हुए लोगों ने सरकार प्राधिकरण और बिल्डर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।