नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 22 January 2024: आज का दिन भारतवर्ष के लिए बेहद मंगलकारी है। आज पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर अयोध्या स्थित राम मंदिर में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके लिए देशभर में उत्सव जैसा माहौल है। पूरा देश राममय हो चुका है। ज्योतिषियों की मानें तो रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर दुर्लभ इंद्र योग समेत कई अद्भुत संयोग बन रहे हैं। दुर्लभ इंद्र योग में ही रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। आइए, शुभ मुहूर्त एवं शुभ योग जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों की मानें तो आज पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि संध्याकाल 07 बजकर 51 मिनट तक है। इसके पश्चात त्रयोदशी तिथि शुरू होगी। इस दिन रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा द्वादशी तिथि में की जाएगी।
शुभ योग
ज्योतिषियों की मानें तो आज रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा पर सबसे पहले ब्रह्म योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 08 बजकर 47 मिनट तक है। इसके बाद इंद्र योग का निर्माण होगा। दुर्लभ योग में ही रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी।
सर्वार्थ सिद्धि योग
आज रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण 23 जनवरी की सुबह 04 बजकर 58 मिनट तक है। इसी समय में अमृत सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त का निर्माण दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से लेकर 12 बजकर 54 मिनट तक है। आज सुबह 07 बजकर 36 मिनट तक बव करण का निर्माण हो रहा है। इसके बाद बालव करण संध्याकाल 07 बजकर 51 मिनट तक है।
महादेव का वास
आज रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा तिथि पर देवों के देव महादेव संध्याकाल 07 बजकर 51 मिनट तक कैलाश पर विराजमान रहेंगे।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 07 बजकर 14 मिनट पर
सूर्यास्त – शाम 05 बजकर 52 मिनट पर
चन्द्रोदय- दोपहर 02 बजकर 39 मिनट पर
चंद्रास्त- सुबह 05 बजकर 27 मिनट पर
पंचांग
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 05 बजकर 27 मिनट से 06 बजकर 20 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 19 मिनट से 03 बजकर 01 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 49 मिनट से 06 बजकर 16 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक
अशुभ समय
राहुकाल – सुबह 08 बजकर 33 मिनट से 09 बजकर 53 मिनट तक
गुलिक काल – दोपहर 01 बजकर 52 मिनट से 03 बजकर 12 बजे तक
दिशा शूल – पूर्व
ताराबल
भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
चन्द्रबल
वृषभ, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु, मीन