लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने मतदाता सूची को अपडेट कर दिया है. चार लाख मतादाताओं को सूची से बाहर किया गया है. इनमें 56,773 वो मतदाता हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है. इनके अलावा वोटर लिस्ट से बाहर किए गए 32,443 वो नाम हैं जिनकी एंट्री एक से ज्यादा थी. इसके साथ ही दिल्ली में अब कुल मतदाता 1.4 करोड़ हो गए हैं.
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतादाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया को निष्पक्ष चुनाव के लिए अहम बताया है. आयोग द्वारा जारी प्रेस रिलीज में बताया गया है कि दिल्ली की नई मतदाता सूची चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जारी कर दी गई है. खासतौर पर पहली बार मतादान करने वाले मतादाताओं पर फोकस किया गया है और उन्हें मतदाता सूची में जोड़ा गया है. आयोग ने बताया कि 18-10 आयु वर्ग के 67,930 युवा मतदाता जोड़े गए हैं.
युवा मतदाताओं की संख्या 26 फीसदी बढ़ी
चुनाव आयोग के मुताबिक, मतादाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया के दौरान 254,470 मतादातओं को जोड़ा है, जिनमें 26.7 फीसदी युवा मतदाता हैं. 18-19 आयु वर्ग के युवा मतदाताओं का नामांकन पिछले वर्ष की अंतिम सूची की तुलना में 9.69% और हाल ही में जारी की गई नई लिस्ट में इनकी संख्या 85 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है. इनके अलावा 9335 संभावित मतदाताओं ने दिल्ली की मतदाता सूची में शामिल होने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन किया है.
दिल्ली में अब 1,47,18,119 कुल मतदाता
चुनाव आयोग के मुताबिक, नई लिस्ट में अब दिल्ली में मतादाताओं की कुल संख्या 1,47,18,119 हो गई है. इनमें 79,86,572 पुरुष, 67,30,371 महिला और 1,176 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि रिवीजन के दौरान मतदाताओं का लिंग अनुपात 5 अंकों के सुधार के साथ 838 से 843 हो गया है. इससे समझा जा सकता है कि महिलाएं चुनावी प्रक्रिया को लेकर तेजी से जागरुक हो रही हैं.