हल्द्वानी (उत्तराखंड): बनभूलपुरा हिंसा में बवाल मचाने वाली बुर्के वाली महिलाएं चर्चा में बनी हुई हैं. महिला भी इस हिंसा में उपद्रव करती नजर आई, जिसके बाद से पुलिस-प्रशासन अब इन महिलाओं की तलाश में जुट गई है. एसएसपी नैनीताल प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान बुर्के वाली महिलाओं ने भी पत्थरबाजी की थी. उन्होंने कहा कि बुर्के की आड़ में महिला उपद्रवियों ने भी पुलिस कर्मियों पर जमकर पत्थरबाजी और जमकर बवाल किया. जिसका वीडियो और सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. ऐसी में पुलिस कई महिलाओं को चिन्हित कर रही है. एसएसपी ने कहा कि कानून को हाथ में लेने वाले लोगों को एक सबक मिलेगा.
महिला उपद्रवियों ने किया पथराव: गौर हो कि गुरुवार 8 फरवरी को देर शाम बनभूलपुरा थाना क्षेत्र के मलिक के बगीचे में सरकारी भूमि पर बनाए नमाज स्थल और मदरसा हटाने के दौरान हुआ बवाल यहां के लोगों को जिंदगी भर का दर्द दे गया. हिंसा में छह लोगों की मौत हुई है, जबकि उपद्रवियों के हमले में 300 से अधिक पुलिस-प्रशासन के लोगों के साथ ही अन्य लोग भी घायल हुए हैं. उपद्रवियों ने करीब 8 करोड़ की सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है. ऐसे में अब नुकसान की भरपाई के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन इन उपद्रवियों से वसूलने की बात कह रहा है.एसएसपी नैनीताल प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान बुर्काधारी महिलाओं ने भी पत्थरबाजी की थी.
बुर्काधारी महिलाओं की तलाश में जुटी पुलिस: बुर्के की आड़ में महिला उपद्रवियों ने भी पुलिस कर्मियों पर जमकर पत्थरबाजी की, जिसका वीडियो और सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इसे पुलिस बड़े सबूत के रूप में देख रही है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ महिलाएं पुलिस कर्मियों पर पत्थर मारते हुए दिख रही हैं. ऐसी कई महिलाओं को पुलिस चिन्हित कर रही है. डाटा सर्विलांस के जरिए भी उनके ऊपर नजर रखी जा रही है. हिंसा में उपद्रव को किसने भड़काया और उनके पास हथियार व पेट्रोल बम कहां से आए? इसकी जांच भी की जा रही है. पुलिस जल्द ही महिला उपद्रवियों को गिरफ्तारी करेगी. उन्होंने कहा कि सरकारी कार्य में बाधा डालने और पुलिस पर किसी तरह का भी हमला करना बड़ा अपराध है.
उत्तराखंड के इतिहास में कार्रवाई बनेगी नजीर: हिंसा में बुर्के वाली महिलाओं की फुटेज नैनीताल पुलिस के हाथ लगी है. एसएसपी ने कहा की पुलिस-प्रशासन उपद्रवियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई कर रहा है जो उत्तराखंड के इतिहास में नजीर बनेगा और भविष्य में कोई उपद्रवी इस तरह का काम नहीं करेगा. कानून के तहत इन उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है. कानून को हाथ में लेने वाले लोगों को एक सबक मिलेगा.