नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान शुक्रवार शाम को खत्म होने के साथ ही कई सियासी दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई. इस चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटें शामिल हैं, जिसमें से वीवीआईपी सीटों की संख्या बहुत बड़ी है. इस चरण के मतदान के पूर्ण होने के साथ देश के नौ केंद्रीय मंत्रियों, दो पूर्व मुख्यमंत्रियों और एक पूर्व राज्यपाल की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई.
इस चरण में जिन वीवीआईपी सीटों पर सबकी नजर टिकी हुई हैं, उसमें से यूपी की कैराना, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत के साथ पश्चिम बंगाल की कूचबिहार, बिहार की गया और जमुई, महाराष्ट्र की नागपुर, मध्यप्रदेश की सीधी, जबलपुर, मांडला, छिंदवाड़ा, असम की डिब्रूगढ़ और जोरहाट, छत्तीसगढ़ की बस्तर, राजस्थान की बीकानेर, चूरू, जयपुर ग्रामीण, नागौर सीट, त्रिपुरा की त्रिपुरा पश्चिम सीट, तमिलनाडु की चेन्नई दक्षिण, श्रीपेरंबदूर, कांचीपुरम, सालेम, नीलगिरी, कोयंबटूर, शिवगंगा, उत्तराखंड की गढ़वाल और हरिद्वार के साथ ही मेघालय की तुरा सीट शामिल है.
इस चरण के चुनाव में इन सीटों पर जिन वीवीआईपी नेताओं की साख दांव पर लगी है. उसमें एनडीए और कांग्रेस की अगुवाई वाले ‘इंडिया’ गठबंधन दोनों के नेता शामिल हैं. इसमें से मोदी सरकार के आठ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल भी शामिल हैं, जिनके भाग्य का फैसला शुक्रवार को मतदाताओं द्वारा कर दिया गया और इनकी किस्मत ईवीएम में कैद हो गई.
इसमें नितिन गडकरी, के. अन्नामलाई, भूपेंद्र यादव, जितेंद्र सिंह, संजीव बालियान, किरेन रिजिजू, अनिल बलूनी, अर्जुन राम मेघवाल, सर्बानंद सोनोवाल, बिप्लब देव, निशित प्रमाणिक, जितिन प्रसाद और एल मुरुगन जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं.
इसके साथ ही माला राज्यलक्ष्मी शाह, त्रिवेंद्र सिंह रावत, देवेंद्र झाझरिया, फग्गन सिंह कुलस्ते, नकुल नाथ, हनुमान बेनीवाल, कन्हैया लाल मीणा, विष्णु पद रे, जीतन राम मांझी, जेनिथ संगमा, अगाथा संगमा, तपन कुमार गोगोई, गौरव गोगोई, दयानिधि मारन, जी सेलवम, सीएन अन्नादुराई, एन अन्नादुरई, ए राजा, एम के स्टालिन, कार्ति चिदंबरम, राधिका सरतकुमार, ओ पन्नीरसेल्वम, कनिमोझी करुणानिधि, तमिलिसाई सुंदरराजन पर भी लोगों की नजरें टिकी हुई हैं.