उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक बुजुर्ग महिला डॉक्टर को साइबर ठगी का शिकार बनाया गया। दरअसल नोएडा की इस बुजुर्ग महिला डॉक्टर के साथ जो हुआ है उसे सुनकर आप दंग रह जाओगे। बता दें साइबर ठगों ने महिला को 7 घंटे तक डिजिटल हाउस अरेस्ट रखा। इसके बाद उनके बैंक खाते से 45 लाख रूपये उड़ा दिए। इस मामले में नोएडा पुलिस ने बुजुर्ग महिला की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या होता है डिजिटल हाउस अरेस्ट?
आपको बता दें कि डिजिटल हाउस अरेस्ट एक तरीके का अरेस्ट है जिसे ठग वीडियो कॉल या फोन कॉल के जरिए ठगी करते है, कुछ ऐसा ही नोएडा की रहने वाली बुजुर्ग आरती सुरभित के साथ हुआ। नोएडा की आरती सुरभित पेशे से एक एक डॉक्टर हैं और वह अपना क्लीनिक चलाती हैं। बुजुर्ग महिला के पास एक कॉल आई थी। जिसमें फोन करने वाले ने खुद को कस्टम अधिकारी बताया और कहा कि उसके द्वारा थाईलैंड भेजा गया पार्सल वापस कर दिया गया है। इसके बाद उसने कहा कि पार्सल उसने भेजा है और उसमें पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड और एमडीएमए ड्रग्स मौजूद है।
‘आरोपी ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया‘
यह बात सुनकर नोएडा की ये बुजुर्ग महिला डॉक्टर डर गई। फिर कॉल करने वाले ने केस को मुंबई क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर करने की बात कही और कॉल को दूसरी जगह ट्रांसफर करने का नाटक किया। फिर इसके बाद बात करते-करते दूसरे शख्स ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और पूछताछ और बयान लेने के लिए स्काइप के जरिए वीडियो कॉल से जोड़ लिया। बयान लेने के बाद पीड़ित महिला डॉक्टर का आधार कार्ड की जानकारी ली।
‘महिला डॉक्टर से 45 लाख रुपये की ठगी‘
इसके बाद ठगी करने वालों ने नोएडा की इस महिला को बताया कि उसका बैंक खाता मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है। इसी बीच तीसरे शख्स ने कहा कि आप वीडियो कॉल के जरिए 24 घंटे में मामले को हाल कर सकते है। इसके बाद एक शख्स ने कहा कि आपको मुंबई आना होगा और 90 दिनों के लिए हिरासत में लिया जाएगा। य़ह बात सुनकर नोएडा की पीड़िता डर गई और उसके कहे अनुसार उसने एक फॉर्म भरकर 45 लाख रुपये उनके बातए खाते में ट्रांसफर कर दिए।
‘डॉक्टर को 7 घंटे तक वीडियो कॉल के जरिए जोड़े रखा‘
पको जानकर हैरानी होगी कि ठगों ने किसी तरह नोएडा की इस बुजुर्ग महिला डॉक्टर को 7 घंटे तक वीडियो कॉल के जरिए जोड़कर रखा और पैसे की मांग करता रहा। इसके बाद शक होने पर पीड़ित ने 1930 पर कॉल किया। इस मामले में अब पीड़ित ने साइबर पुलिस से शिकायत की है। साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके बाद साइबर पुलिस ने अपने तरीके से एक टीम का गठन जांच शुरू कर दी है। नोएडा की पुलिस जल्द ही आरोपियों को पकड़ने की तैयारी में है।