उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक बार फिर से डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है. ग्रेटर नोएडा के एक युवक को ठगों ने करीब तीन घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा. 3 घंटे के बीच ठगों ने तकरीबन 9.95 लाख रुपए ठग लिए. पीड़ित को ठगों ने इतना डरा दिया कि उसने कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए अपराधियों के खातों में कई बार पैसे ट्रांसफर कर दिए.
साइबर ठगी की सूचना मिलने पर पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. इसके पीछे शामिल होने वाले अपराधियों की पुलिस तलाश कर रही है. पीड़ित शख्स को अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि उसके इतने सारे पैसे बेवकूफ बनाकर ऐंठ लिए गए. ठगों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर सौम्यकांत पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही और उससे लगभग 10 लाख रुपए की ठगी कर ली.
लोन करवाकर की ठगी
साइबर ठगी करने वाले अपराधियों ने एक नामी कंपनी में काम करने वाले इंजीनियर को अपनी ठगी का शिकार बनाया. सौम्यकांत प्रस्टी को डिजिटल अरेस्ट करके उनसे 9 लाख से ज्यादा रुपए ऐंठ लिए गए. सौम्यकांत के पास सुबह-सुबह ठगी करने वाले शख्स की कॉल आई. कॉल करने वाले लोगों ने खुद को कोरियर कंपनी का फेडेक्स कर्मचारी बताया और इसमें सौम्यकांत के आधार कार्ड को विदेश में भेजे जाने की बात कही.
ठगी ने कहा कि सौम्यकांत के आधारकार्ड का इस्तेमाल करके एक पार्सल ईरान में भेजा जा रहा है और जिस पार्सल में इसका इस्तेमाल किया गया है, उसमें ड्रग्स की पैकेट्स के अलावा और भी प्रतिबंधित सामान को रखा गया है. ठगी करने वालों ने सौम्यकांत को नारकोटिक्स का हवाला देकर खूब डरा दिया. करीब तीन घंटों तक दोनों के बीच बातें होती रहीं. सौम्यकांत से लाखों रुपए लेने के लिए ठगों ने प्राइवेट बैंक से इंस्टेंट लोग कराया उसके बाद लोन में मिले सारे पैसे ऐंठ लिए. सौम्यकांत को ठगों ने इतना ज्यादा डरा दिया कि उसने एक-एक लाख करके 9 बार में पेमेंट किया और आखिरी बार में 95 हजार की रकम ट्रांसफर की.