उत्तर प्रदेश में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शिक्षा विभाग ने नरमी दिखाई है. महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने आदेश जारी किया है कि जहां तकनीकी समस्या है, वहां शिक्षक पूरे स्कूल समय में एक बार हाजिरी लगा सकेंगे. पहले सुबह 8.30 बजे स्कूल में आने और दोपहर 2.30 बजे छुट्टी के समय हाजिरी लगाने के निर्देश दिए गए थे. बीते कई दिनों से डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शिक्षक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
विरोध में उतरे शिक्षक
डिजिटल अटेंडेंस के आदेश को लेकर शिक्षक विरोध प्रदर्शन पर उतर आए. शुक्रवार को केवल 1 फीसदी शिक्षकों ने ही ऑनलाइन हाजिरी लगाई थी. 28 जिलों में 10 से कम शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी लगाई थी. इसके अलावा एटा, बरेली, मैनपुरी में कई शिक्षकों ने सामूहिक इस्तीफा दिया था. अफसरों को स्कूल पहुंचकर ऑनलाइन हाजिरी लगवाने की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन ये फॉर्मूला भी काम करता नहीं दिख रहा है. जिसके बाद अब सरकार ने नरमी बरती है.
8 जुलाई को जारी हुआ आदेश
बता दें कि बीती 8 जुलाई को यूपी के सभी परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी व रजिस्टरों के डिजिटलाइजेशन का आदेश जारी किया गया था लेकिन शिक्षकों ने इसका विरोध करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. विभाग ने सख्ती दिखाते हुए 10 जुलाई को आठ व नौ जुलाई को ऑनलाइन हाजिरी ने भरने के कारण सामूहिक रूप से शिक्षकों का वेतन काटने का आदेश जारी किया, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ा. जिसके बाद वेतन कटौती की कार्रवाई रोक दी गई.
सीएम योगी ने की थी बैठक
शिक्षा विभाग और शिक्षकों के बीच जारी गतिरोध को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक बुलाई थी. इस बैठक के बाद सरकार ने शिक्षकों को राहत दी है.
शिक्षकों का कहना है कि गांव के कई स्कूलों में जाने के लिए रास्ते तक नहीं हैं. इसके साथ ही कई स्कूलों तक जाने के लिए साधन तक नहीं हैं. वैसे तो टाइम पर स्कूल पहुंच जाते हैं, लेकिन क्रॉसिंग बंद, जाम, रूट डायवर्सन, भीड़, बारिश, आंधी इन सब वजहों से जब हम कभी लेट होते हैं तो इसमें हमारा क्या दोष है.