संचार न्यूज़। नोएडा वेस्ट के निवासियों के लिए ग्रेटर नोएडा का पहला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) शीघ्र बनने जा रहा है। करीब 80 करोड़ की लागत से बनने वाले 45 एमएलडी शोधन क्षमता वाले एसटीपी के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर जारी कर दिया है। आगामी एक माह में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी है। इसका निर्माण कार्य डेढ़ साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस एसटीपी के चालू होने से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टरों व गांवो के निवासियों को बड़ी रात मिलेगी।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर व गांव के सीवर को शोधित करने के लिए एसटीपी की बहुत जरूरत है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एन जी रवि कुमार ने इस जरूरत को देखते हुए एसटीपी को शीघ्र बनाने की अनुमति दे दी है। सीवर विभाग ने एसटीपी बनने के लिए टेंडर निकाल दिए हैं। इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 23 अन्य कार्यों के लिए लगभग 18 करोड रुपए के टेंडर और निकाले हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि एसटीपी बनाने की इच्छुक कंपनियां 29 जुलाई तक आवेदन कर सकती हैं। 31 जुलाई को प्री क्वालिफिकेशन बिड खुलेगी जिसके बाद कंपनी का चयन कर कार्य को शीघ्र करने की तैयारी है। इसका निर्माण कार्य शुरू होने के बाद पूरा होने में लगभग डेढ़ साल का समय लगेगा। अब तक ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एसटीपी के होने से ग्रेटर नोएडा वेस्ट की स्वच्छता में असुविधा होती थी। ग्रेनो वेस्ट में स्वच्छता के लिए इस एसटीपी की बहुत ज्यादा आवश्यकता थी। अब इसके लिए जल्द मूर्त रूप देने की उम्मीद है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सभी गांव व सेक्टर इस एसटीपी से जुड़ जाएंगे उनके घरों से निकलने वाला सीवर शोधित हो सकेगा।
इसके साथ ही सेक्टर बीटा वन व टू के सामुदायिक भवन के आंतरिक विद्युतीकरण का कार्य, 6% आबादी भूखंडों में एलइडी लगाने, तीन जोनल रिजर्वायर के इलेक्ट्रिकल्स, मैकेनिकल, सिविल कार्य और जीआईएस मैपिंग के कार्य, सेक्टर 16 बी व 16 सी वितरण लाइन बिछाने का कार्य, ग्रेटर नोएडा के विभिन्न सेक्टर में झूलो के मरम्मत के कार्य, सेक्टर 2 में ओपन जिम के उपकरण लगाने आदि कार्य किए जाएंगे। प्राधिकरण के सीईओ एन जी रवि कुमार ने इन कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया को एक माह में पूरा का निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इन कार्यों की गुणवत्ता में लापरवाही न करने की भी सख्त हिदायत दी है।