जानकर हैरत होगी लेकिन अमेठी जिले में मुर्दे भी गरीब कल्याण (फ्री राशन)योजना का जमकर लाभ उठा रहे हैं। 2440 लोग ऐसे हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है लेकिन उनके नाम पर बाकायदा हर माह राशन खारिज हो रहा है। इतना ही नहीं दो हेक्टेयर से अधिक खेती वाले 8911 लोग भी गरीब बनाकर मुफ्त राशन का लाभ उठा रहे हैं। शासन से अपात्रों की सूची पूर्ति विभाग को मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है।
जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की 765 दुकान संचालित हो रही हैं। जिन पर 345000 राशन कार्ड धारकों को राशन की व्यवस्था की गई है। इनमें से अंत्योदय कार्ड धारकों और पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को हर माह मुफ्त राशन का लाभ दिया जाता है। मुफ्त राशन के लिए लोग राशन कार्ड बनवाने की जुगाड़ में लगे रहते हैं। अब सरकार ने ई केवाईसी की सुविधा लागू की है। इसके बाद योजना में हो रहे तरह-तरह के घपले पकड़ में आ रहे हैं। हाल ही में शासन द्वारा विभाग को एक सूची भेजी है, जिसके तहत जिले में 2440 ऐसे लोगों के नाम राशन खारिज हो रहा है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है। दरअसल राशन व्यवस्था प्रति यूनिट के हिसाब से ही संचालित होती है। ऐसे में इन मृतकों के नाम पर भी हर महीने राशन खरीदा लिया रहा है। इसके अलावा एक और लिस्ट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस लिस्ट के हिसाब से जिले भर में 8911 लोग ऐसे हैं जिनके पास दो हेक्टेयर से अधिक जमीन है फिर भी वह मुफ्त राशन योजना का लाभ ले रहे हैं।
5220 आयकर दाता भी ले रहे हैं मुफ्त राशन
मृतको और जमीदारों के अलावा आयकर दाता भी मुफ्त राशन योजना का लाभ ले रहे हैं। शासन द्वारा भेजी गई सूची के मुताबिक 5220 ऐसे परिवार हैं जो मुफ्त राशन योजना का लाभ ले रहे हैं।
अमेठी के डीएसओ नीलेश उत्पल ने बताया कि शासन द्वारा एक सूची प्राप्त हुई है। जिसमें मृतकों, दो हेक्टेयर से अधिक भूमि वालों और आयकर दाताओं के राशन लेने की आशंका जताई गई है। उसे सूची का स्थल सत्यापन कराया जा रहा है। ऐसे जिन लोगों के नाम मुफ्त राशन खारिज हो रहा है उन सभी का राशन कार्ड निरस्त किया जाएगा।