उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर है कि नोएडा के अस्पतालों में जिन कार्मचरियों ने अपनी जान को खतरे में डालकर लोगों की सेवा की थी, उन्हीं को नौकरी से निकाल दिया गया ह। बताया जा रहा है कि कोरोना समय मे 48 चिकित्साकर्मी को विशेष भर्ती के जरिए लोगों की सेवा के लिए रखा गया गया था। अब एक अगस्त से वह बेरोजगार होने वाले है। इसे लेकर शनिवार को आदेश जारी कर जिला अस्पताल प्रबंधन ने इनकी सेवाएं खत्म करने की जानकारी दे दी है।
48 चिकित्साकर्मी को किया बेरोजगार
मिली जानकारी के अनुसार कोरोना के समय में खुद को खतरे में डालते हुए जिला अस्पताल में विशेष भर्ती से आए 48 चिकित्साकर्मी एक अगस्त से बेरोजगार हो जाएंगे। शनिवार को आदेश जारी कर जिला अस्पताल प्रबंधन ने इनकी सेवाएं खत्म करने की जानकारी सभी कर्मचारियों को दे दी है। लंबे वक्त से इन कर्मचारियों को समायोजित किए जाने की मांग की जा रही थी। पिछले दिनों निरीक्षण के समय प्रभारी मंत्री बृजेश सिंह के सामने भी यह मुद्दा उठाया गया था।
आदेश हुआ जारी
आपको बता दें कि सीएमएस डॉ. रेनू अग्रवाल के आदेश में कहा गया है कि शासन से निर्देश पर 31 जुलाई से इन कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त हो गई है। 22 जुलाई को मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने जिला अस्पताल को पत्र भेजकर सूचित कर दिया गया है। कर्मचारियों को भेजे गए पत्र में सीएमएस ने कहा है कि सभी के समायोजन के लिए सीएमओ व अन्य अधिकारियों से अनुरोध किया गया था। हालांकि, शासन से आए निर्देशों में यह भी कहा गया है कि इन कोविड वाॅरियर्स को आउटसोर्स एजेंसियों के माध्यम से यथासंभव वरीयता देते हुए इनसे कार्य लिया जाए।