हापड़। थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के एक गांव के 17 वर्षीय नाबालिग को घर के बाहर से अगवा कर पांच आरोपितों ने उसके साथ सामूहिक कुकर्म किया। पुलिस या स्वजन से शिकायत पर नाबालिग को मौत के घाट उतारने की धमकी दी।
पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी
भयभीत होकर नाबालिग ने स्वजन को कुछ नहीं बताया। शुक्रवार रात नाबालिग की तबीयत बिगड़ने पर स्वजन को मामले की सच्चाई का पता चला। जिसके बाद स्वजन थाने पहुंचे और तहरीर दी। पुलिस ने चार नामजद व एक अज्ञात आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।
इससे कुछ दिन पहले हापुड़ में ही खाकी एक बार फिर दागदार साबित हुई। जहां पर दारोगा ने सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई मां-बेटी को न्याय दिलाने की बजाय मुकदमा ही खत्म कर दिया। पुलिस ने नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता के बयान बाल कल्याण समिति के समक्ष नहीं कराए। हालांकि मुकदमा दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर नाबालिग को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करने का नियम है।
बंदूक की नोक पर के किया था मां-बेटी का अपहरण
उत्तराखंड के जिला उधम सिंह नगर के रुद्रपुर की महिला ने बताया कि तीन जनवरी को महिला अपने दस वर्षीय नाबालिग बेटी के साथ मुजफ्फरनगर गई थी। यहां से कार सवार मुजफ्फरनगर के अनस, आरिफ व दो अज्ञात आरोपितों ने तमंचे के बल पर पीड़िता व उसकी बेटी का अपहरण कर लिया था।