संगम नगरी प्रयागराज में नकली नोट छापने वाले मदरसे पर अब सरकारी अमले का शिकंजा कसना शुरू हो गया है. सबसे पहले मदरसे को चलाने वाली सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन रद्द किए जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है. इसके साथ ही मदरसे की कमेटी ने गिरफ्तार किए गए कार्यवाहक प्रिंसिपल को पद से हटाते हुए उसकी मेंबरशिप भी खत्म कर दी है. इस मामले की जांच कर रही प्रयागराज पुलिस जेल भेजे गए चारों आरोपियों को कस्टडी डिमांड पर लेकर उनसे पूरे नेटवर्क का पता लगाने और उनके कनेक्शन खंगालने की तैयारी में है.
यूपी एटीएस और एनआईए की टीम भी जल्द ही इस मामले की जांच में शामिल हो सकती है. इसके अलावा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने साफ किया है कि नकली नोट छापने वाला यह मदरसा उसके राडार और सर्विलांस पर है. वहां की एक-एक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. इस बीच अभी जानकारी मिली है कि बिना मान्यता के चलने वाले इस मदरसे का निर्माण विकास प्राधिकरण की मंजूरी और नक्शे के बिना ही कराया गया था. ऐसे में आने वाले दिनों में प्रशासन द्वारा इसे सील किया जा सकता है या फिर इस पर बुलडोजर भी चल सकता है.
जुमे की नमाज डर और दहशत के माहौल में की अदा
इस मामले में लोकल इंटेलिजेंस की टीम पिछले दो दिनों से मदरसे में जाकर वहां पड़ताल कर रही है. मदरसे में आज जुमे की नमाज डर और दहशत के माहौल में अदा की गई. आज नमाज के लिए आने वाले नमाजियों की संख्या बेहद कम थी. दो दिन पहले हुए पुलिस के खुलासे के चलते आज गिनती के लोगों ने ही जुमे की नमाज अदा की. मदरसे के गेट पर आज सोसाइटी रजिस्ट्रेशन के सर्टिफिकेट की कॉपी भी चस्पा कर दी गई है.
जामिया हबीबिया मदरसे का है मामला
गौरतलब है कि प्रयागराज के अतरसुइया इलाके के जामिया हबीबिया मदरसे में दो दिन पहले नकली नोट छापने की फैक्ट्री पकड़ी गई थी. पुलिस ने इस मामले में मदरसे के कार्यवाहक प्रिंसिपल समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था. यहां से भारी मात्रा में नकली नोट और उसे छापने के उपकरण भी बरामद किए गए थे.