संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति चौक को ट्रैफिक जाम से मुक्त करने के लिए प्राधिकरण तेजी से प्रयास कर रहा है। सीईओ रितु माहेश्वरी इस चौराहे पर अंडरपास बनाने के लिए नियमित रूप से समीक्षा कर रही हैं। बृहस्पतिवार को भी सीईओ ने इसके प्रगति की समीक्षा की। कंसल्टेंट एजेंसी ने सीईओ के समक्ष प्रारंभिक डिजाइन पर प्रस्तुतिकरण दिया। सीईओ ने एजेंसी को फाइनल डिजाइन शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देष दिए। इसके साथ ही सीईओ ने ग्रेटर नोएडा की अन्य परियोजनाओं की भी समीक्षा की। सभी परियोजनाओं का कार्य तेजी से कराने के निर्देश दिए।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आबादी तेजी से बढ़ रही है। चार मूर्ति चौक यहां का सबसे व्यस्त चौराहा है। चौराहे पर ट्रैफिक जाम को रोकने के लिए अस्थायी विकल्प के तौर पर दो तरफ यूटर्न बने हुए हैं। गौड़ सिटी की तरफ से सूरजपुर या नोएडा को जाने वाले वाहन 130 मीटर रोड पर बने यूटर्न से होकर गुजरते हैं। इसी तरह 130 मीटर रोड या सूरजपुर की तरफ से गौड़ सिटी व प्रताप विहार को जाने वाले वाहन नोएडा की तरफ बने यूटर्न से होकर जाते हैं। इसकेे स्थायी समाधान के तौर पर यहां अंडरपास प्रस्तावित किया गया है।
यह अंडरपास चार मूर्ति चौराहे पर 130 मीटर रोड को क्रॉस करते हुए 60 मीटर रोड के पैरलल बनेगा। यानी प्रताप विहार से सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा के बीच वाहन इस अंडरपास से होकर गुजरेंगे। यूटर्न तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे वाहन चालकों के समय और ईंधन दोनों की ही बचत होगी। सरकारी सलाहकार एजेंसी राइट्स से इस चौराहे की डिजाइन तैयार कर रही है। बीते दिनों ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने मौके पर विजिट भी किया है। सीईओ ने कंसल्टेंट एजेंसी से इसकी डिजाइन शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे।
बृहस्पतिवार को कंसल्टेंट एजेंसी ने प्रारंभिक डिजाइन प्रस्तुत किए, जिस पर सीईओ ने फाइनल डिजाइन शीघ्र प्रस्तुत करने को कहा है। इसके साथ ही चौक पर अंडरपास के निर्माण के दौरान ट्रैफिक के दबाव को संभालने के लिए वैकल्पिक मार्गों पर भी चर्चा की गई। करीब 60 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट का निर्माण शुरू होने के बाद पूरा होने में करीब डेढ़ साल का समय लगेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट और आसपास के निवासियों की जरूरत को देखते हुए इस का निर्माण शीघ्र शुरू कराने और जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए हैं। इस समीक्षा बैठक में एसीईओ अमनदीप डुली और ओएसडी विशु राजा समेत परियोजना विभाग के अधिकारीगण मौजूद रहे।
इसी समीक्षा बैठक में सीईओ ने इसके बाद सीईओ ने स्कूल, तालाब और सामुदायिक केंद्रों से जुड़े कार्यों की भी समीक्षा की। सीईओ ने इन कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। सीईओ रितु माहेश्वरी ने एसीईओ मेधा रूपम के साथ जल विभाग के कार्यों की भी समीक्षा की। गर्मी में पानी की बढ़ने वाली खपत को देखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।