उत्तर प्रदेश के जालौन में गैंगरेप पीड़िता के पिता ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. पीड़ित परिवार का आरोप है कि दरोगा उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहा था. वह मानसिक रूप से इतने परेशान हो गए कि उन्होंने यह कदम उठा लिया. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू की.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि रेप के आरोपी के साथ पुलिस की मिलीभगत हो गई थी. इस वजह से दरोगा पीड़िता के पिता को किसी झूठे केस में फंसाने की धमकी देने लगा था. इस घटना के बाद गांव में पुलिस के खिलाफ गुस्से का माहौल है.
रेप पीड़िता के पिता को ही खरी खोटी सुनाई गई
जब बेटी के साथ हुई इस घटना की जानकारी पिता को हुई, तो वह थाने पहुंचा. थाने में मौजूद दरोगा ने रिपोर्ट करने के बाद पीड़िता पिता को जमकर खरी खोटी सुनाई. साथ ही किसी केस में फंसाने की धमकी तक दे डाली.
आरोप है कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए पीड़िता के पिता को ही बार-बार धमकी दे रही थी. इससे आहत होकर रेप पीड़िता के पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
ग्रामीणों को गुस्सा फूटा, सीओ करेंगे मामले की जांच
जैसे ही यह घटना गांव में फैली, ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने मौके पर पुलिस के आला अधिकारियों के आने के बाद ही शव को नीचे उतारने की मांग की. अपर पुलिस अधीक्षक असीम चौधरी 4 थानों के पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंच गए.
ग्रामीणों को समझाने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. दरोगा पर लगे आरोप पर की जांच सीओ को सौंपी गई है. इसकी रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर मांगी गई है. दोषी साबित होने पर आरोपी दरोगा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.