आज अषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि और दिन शनिवार है. आज सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग का बड़ा ही शुभ संयोग है. आज रोहिणी व्रत, दर्श अमावस्या भी है.
आज के पंचांग में आप शुभ मुहूर्त (Aaj Ke Shubh Muhurat) अशुभ मुहूर्त (Aaj Ke Ashubh Muhurat) जान सकते हैं.
शक संवत: 1945
विक्रम संवत: 2080
गुजराती संवत: 2079
आज सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय : 05:23 ए एम
सूर्यास्त : 07:20 पी एम
चंद्रोदय : 05:05 ए एम, जून 18
चंद्रास्त : 06:52 पी एम
पक्ष : कृष्ण पक्ष
तिथि: चतुर्दशी – 09:11 ए एम तक
: अमावस्या
आज का वार : शनिवार
नक्षत्र : रोहिणी – 04:25 पी एम तक
: मॄगशिरा
आज का योग: शूल – 01:02 ए एम, जून 18 तक
: गंड
करण : शकुनि – 09:11 ए एम तक
:चतुष्पाद – 09:36 पी एम तक
: नाग
चंद्रमास : आषाढ़ – पूर्णिमान्त
: ज्येष्ठ – अमान्त
17 जून 2023- आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang, 17 जून 2023)
आज के शुभ मुहूर्त (Aaj Ka Shubh Muhurat)
ब्रम्ह मुहूर्त: 04:02 ए एम से 04:43 ए एम
प्रात: संध्या: 04:23 ए एम से 05:23 ए एम
संध्यान्ह संध्या: 07:20 पी एम से 08:21 पी एम
गोधूलि मुहूर्त: 07:19 पी एम से 07:39 पी एम
अभिजीत मुहूर्त: 11:54 ए एम से 12:50 पी एम
विजय महूर्त: 02:41 पी एम से 03:37 पी एम
निशिता मुहूर्त: 12:02 ए एम, जून 18 से 12:42 ए एम, जून 18
अमृत काल : 01:03 पी एम से 02:44 पी एम
सर्वार्थ सिद्धि योग: 05:23 ए एम से 04:25 पी एम
अमृत सिद्धि योग: 05:23 ए एम से 04:25 पी एम
रवि योग:
आज के अशुभ योग ( Todays Ashubh yog)
राहुकाल : 08:52 ए एम से 10:37 ए एम
यमगंड: 02:06 पी एम से 03:51 पी एम
गुलिक काल: 05:23 ए एम से 07:07 ए एम
आडल योग : 05:23 ए एम से 04:25 पी एम
विडाल योग:
दुर्मुहूर्त: 05:23 ए एम से 06:19 ए एम
: 06:19 ए एम से 07:14 ए एम
वर्ज्य : 07:59 ए एम से 09:40 ए एम
10:25 पी एम से 12:08 ए एम, जून 18
गंड मूल:
भद्रा:
पंचक:
विंछुड़ो:
पंचांग में सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, ब्रम्ह मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त, विजय महूर्त, गोधूलि मुहूर्त, अमृतकाल, निशिता मूहूर्त जैसे शुभ योग पर विचार करके सभी महत्वपूर्ण कार्य करने का समय सुनिश्चित करना चाहिए.
सर्वार्थ सिद्धि योग और रवियोग, पुष्कर योग विशेष शुभ योग माने जाते हैं. महत्वपर्ण कार्यों को तय करते समय राहुकाल, आडल योग, विडाल योग, गुलिक काल, वर्ज्य, यमगंड, दुर्मुहूर्त और भद्रा आदि जैसे अशुभ योगों को पहले से देखकर इनसे बचना चाहिए. भद्रा भी विशेष अशुभ माना जाता है.
दिशाशूल: पूर्व
(डिस्क्लेमर : यहां दी गई सभी जानकारियां भारतीय ज्योतिष के सिद्धांतों या अवधारणाओं और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं. SancharNews इसकी पुष्टि नहीं करता. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.)