दिल्ली में बाढ़ के बाद अब नोएडा में भी खतरा मंडरा रहा है. यमुना के बाद हिंडन नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है जिसके बाद पुलिस ने नोएडा के कई गांवों को खाली करने का निर्देश जारी कर दिया है.यूपी के नोएडा में हिंडन नदी का जलस्तर बढऩे से कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई निचले इलाकों में पानी घुस जाने से घर डूब गए हैं। अब लोग मुश्किल से बाहर निकल रहे हैं। इसी के साथ दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर फिर तेजी से बढ़ रहा है।
नोएडा में हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ा
यूपी के नोएडा के निचले इलाकों में कुछ घरों में पानी घुस गया है। दरअसल, हिंडन नदी का जलस्तर बढऩे से आसपास के कई घर डूब गए हैं। एहतियात के तौर पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सुरेशराव कुलकर्णी ने कहा कि फिलहाल स्थिति सामान्य है और जलस्तर की निगरानी कर रहे हैं।
जलस्तर की निगरानी
महाराष्ट्र, गुजरात, हिमाचल और उत्तराखंड में हालात सबसे ज्यादा बुरे हैं। महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में इतनी बारिश हुई कि वहां गंभीर जलजमाव हो गया। भारी बारिश के बाद भिवंडी में भी गंभीर जल-जमाव हो गया, जिसके कारण कारें आधी पानी में डूब गईं। साथ ही साथ उत्तराखंड में भारी बारिश से हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। देखा जाए तो दिल्ली में बाढ़ के बाद अब नोएडा में भी खतरा मंडरा रहा है. अब जलस्तर 205.75 मीटर हो गया है। उधर, दिल्ली में यमुना नदी रविवार को एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गई. आज सुबह 8 बजे पुराने यमुना ब्रिज पर जलस्तर 205.9 मीटर दर्ज किया गया. यमुना नदी का खतरे का निशान 205.33 मीटर है. बीती 13 जुलाई को यमुना का जलस्तर 208.66 तक पहुंच गया था. यह अबतक के इतिहास में सबसे ऊंचा जलस्तर है. यही वजह है कि दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे. पानी लाल किले तक आ गया. सिविल लाइंस, आईटीओ और सुप्रीम कोर्ट परिसर में भी यमुना का पानी आ गया था.
नोएडा में हिंडन का जलस्तर 205.80 मीटर
सिंचाई विभाग के देवी सिंह ने बताया कि नोएडा में हिंडन का जलस्तर 205.80 मीटर है। ऐसे में अभी खतरे के निशान से जलस्तर काफी दूर है, लेकिन जिस तरह से जलस्तर बढ़ रहा है इससे आशंका है कि अगले 24 घंटे में पानी का स्तर बढ़ सकता है। जलस्तर बढ़ने की यही गति रही तो चोटपुर कॉलोनी, छिजारसी, बहलोलपुर, सौहरखा का डूब क्षेत्र, पुराना हैबतपुर के डूब क्षेत्र, हल्द्वानी, कुलेसरा के डूब क्षेत्र में लोगों के घरों में पानी भरने की आशंका ज्यादा है।