उत्तर प्रदेश में मंगलवार को योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) की बैठक हुई. इस बैठक में कई अहम प्रस्ताव पास किए गए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की अध्यक्षता में हुई बैठक में पर्यटन विभाग के बंद और घाटे में चल रहे /असंचालित पर्यटक आवास गृह को पीपीपी मोड पर विकसित और संचालित करने के संबंध में प्रस्ताव पास हुए. इसके अलावा प्रदेश के प्राचीन धरोहर भवनों को एडाप्टिव रीयूज के तहत सार्वजनिक निजी सहभागिता (PPP) मॉडल पर हेरिटेज पर्यटन इकाइयों के रूप में विकसित किए जाने के संबंध में प्रस्ताव पास किए गए.
ये अहम प्रस्ताव भी हुए पास
- यूपी जल आधारित पर्यटन और सहायक क्रीड़ा नीति 2023 के संबंध में प्रस्ताव पास.
- तहसील सदर जिला लखीमपुर खीरी क्षेत्र के विकास के लिए पर्यटन विभाग के नाम भूमि दर्ज कराए जाने के संबंध में प्रस्ताव पास.
- यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग विधेयक 2023 को पारित कराने के संबंध में प्रस्ताव पास.
- अयोध्या शहर को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के लिए 40 मेगावॉट क्षमता की सोलर विद्युत उत्पादन परियोजना की स्थापना के लिए जिले में भूमि की उपलब्धता के संबंध में प्रस्ताव पास.
- यूपी सौर ऊर्जा नीति 2022 और यूपी जैव ऊर्जा नीति 2022 के तहत सौर ऊर्जा परियोजनाओं/जैव ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए निवेशकों को भूमि उपलब्ध कराई जाने के संबंध में प्रस्ताव पास.
- प्रदेश में वाहनों की तकनीकी स्वस्थता को सुनिश्चित किए जाने के प्रयोजनार्थ वाहनों की जांच के लिए स्वचालित परीक्षण स्टेशन (एटीएस) की स्थापना के लिए प्रस्तावित नई राज्य नीति के संबंध में प्रस्ताव पास.
- कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट लखनऊ में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत सेंटर फॉर एडवांस्ड मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक्स एंड रिसर्च फॉर कैंसर प्रारंभ किए जाने के संबंध में प्रस्ताव पास.
- पीएम मेगा एकीकृत वस्त्र क्षेत्र और परिधान पार्क योजना के तहत टेक्सटाइल पार्क की स्थापना और भूमि हस्तांतरण के संबंध में प्रस्ताव पास.
- यूपी फार्मास्यूटिकल और चिकित्सा उपकरण उद्योग नीति 2023 का प्रख्यापान के संबंध में प्रस्ताव पास.
- कुशीनगर में महात्मा बुद्ध कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए यूपी कृषि और प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय अधिनियम 1958 का अग्रसर संशोधन करने के संबंध में प्रस्ताव पास.
- बस्ती, गोंडा, मिर्जापुर और प्रतापगढ़ में निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कॉलेजों को डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ का संयुक्त संस्थान बनाए जाने के संबंध में प्रस्ताव पास किए गए.