लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन विपक्ष ने एक बार फिर पुरानी पेंशन योजना की बहाली का मुद्दा उठाया. जिसके जवाब में योगी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि प्रदेश में नई पेंशन स्कीम ही लागू रहेगी. जिसके विरोध में समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सदन से वाकआउट कर दिया.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में स्पष्ट कर दिया कि पुरानी पेंशन स्कीम प्रदेश में बहाल नहीं होगी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली यानी नई पेंशन स्कीम की जगह पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू किया जाना संभव नहीं हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में NPS 2005 में लागू की गई थी. अब इसकी जगह पुरानी पेंशन योजना को लागू करने पर सरकार कोई विचार नहीं कर रही हैं.
राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली की खासियत को गिनाते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इसके अंतर्गत कर्मचारियों का 85 प्रतिशत पैसा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश किया गया है. जबकि बाकी के 15 प्रतिशत स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, यूनिट ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया और भारतीय जीवन बीमा निगम जैसे “फंड मैनेजर” के पास हैं. उन्होंने कहा कि नई स्कीम के तहत औसतन 9.32 फीसदी का ब्याज मिल रहा जबकि पुरानी स्कीम में यह 8 फीसदी थी. गौरतलब है कि पुरानी पेंशन बहाली का सवाल सपा विधायक अनिल प्रधान, पंकज मलिक और अन्य के द्वारा उठाया गया था. बता दें कि दिल्ली के रामलीला मैदान में आज पुरानी पेंशन बहाली को लेकर एक महारैली का आयोजन किया जा रहा है. इस महारैली में केंद्रीय व राज्य कर्मचारियों के शामिल होने की बात कही जा रही है.