संचार न्यूज़। नेशनल हाईवे 91/34 पर अवैध पार्किंगो के कारण हो रहे हादसों से परेशान ग्रामीणों ने रविवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने लुहारली टोल प्लाजा प्रबंधक व पुलिस से मामले की शिकायत की है। ग्रामीणों ने बताया कि इन अवैध पार्किंगो के कारण हाईवे पर ज्यादा वहांन खड़े हो जाते हैं जिसके कारण यहां हाईवे से निकलने वाले ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वही यहां पर अवैध पार्किंग के कारण खड़े ट्रैकों से कई हादसे भी हो चुके हैं जिनमें कई लोग अपनी जान गवा चुके हैं। इन अवैध पार्किंगो को बंद करने की मांग को लेकर टोल प्रबंधक को ग्रामीणों ने ज्ञापन भी सौपा है।
दरअसल, नेशनल हाईवे 91/34 पर सेथली और नगला गांव के पास रिलायंस और अल्ट्राटेक की अवैध पार्किंग बनी हुई है। जिनसे बड़े-बड़े कंटेनर व ट्रक निकलते समय सड़क पर ही खड़े हो जाते हैं और उनके कारण वहां पर कई हादसे हो चुके हैं जिनमे कई लोगों की जान भी जा चुकी है। नेशनल हाईवे पर गाड़ियां तेज गति से आती हैं और हादसे हो जाते हैं।
सेथली ग्राम प्रधान पति सचिन भाटी ने बताया कि रिलायंस और अल्ट्राटेक की बनी अवैध पार्किगो के ट्रक ज्यादातर हाईवे पर खड़े होते हैं जिससे वहां पर निकलने की जगह कम रहती है और सेथली व नगला गांव के ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आए दिन यहां पर हादसे होते रहते हैं अभी 24 अगस्त को एक बाइक सवार युवाक की पार्किंग के गेट पर ही हादसे के कारण जान चली गई। उन्होंने कहा कि इन अवैध पार्किंगों को ग्रामीण बंद करना चाहते हैं जिसको लेकर कई बार पुलिस व प्रशासन से शिकायत कर चुके हैं लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
इसके साथ ही सचिन भाटी ने बताया कि सेथली और नगला गांव के लिए कोई अंडरपास नहीं दिया गया है जब इस बारे में उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों से शिकायत की गई तो उन्होंने बताया कि तेल मील के पास काफी दूर एक अंडरपास दिया गया है लेकिन उससे निकलने में काफी दिक्कतें होती हैं वहां पर यूपीएसआईडीसी का इंडस्ट्रियल एरिया है और वहां पर अक्सर जाम लगा रहता है। जिससे ग्रामीणों को वहां से निकलने में काफी समय लग जाता है। सेथली व नगला गांव के ग्रामीणों को पेट्रोल पंप और दादरी जाने के लिए कुछ दूरी रॉन्ग साइड ही चलना पड़ता है लेकिन वहां पर बनी यह दो अवैध पार्किंग है जिनकी गाड़ियां हाईवे पर खड़ी होती है उनसे हादसों की संभावना ज्यादा भी रहती है। सड़क पर गाड़ियां खड़ी होने के चलते लोगों को निकालने में परेशानी होती है। इसीलिए उन्होंने सेथली और नगला गांव के पास ही अंडरपास बनाने की भी मांग की है।
अवैध पार्किंग के ट्रैकों से सड़क पर जमा होती है मिट्टी
सचिन भाटी ने बताया कि अल्ट्राटेक और रिलायंस की अवैध पार्किंग से जब गाड़ियां निकलकर हाईवे पर चढ़ती है तो उनके साथ भारी मात्रा में मिट्टी आती है वह मिट्टी सड़क पर फैल जाती है। गाड़ियों के साथ आने वाली मिट्टी और बजरी (पत्थर के टुकड़े) से सड़क पर निकलना मुश्किल हो रहा है वहीं सड़क पर फैली हुई मिट्टी और बजरी के कारण अक्सर हादसे हो जाते हैं। इन्हीं समस्याओं से परेशान ग्रामीणों ने इन दोनों अवैध पार्किंग को बंद करने की मांग की है।
टोल प्रबंधन व पुलिस पर मिलीभगत का लगाया आरोप
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि इन अवैध पार्किंग को लेकर कई बार पुलिस व प्रशासन से शिकायत की जा चुकी हैं इसके साथ ही ग्रामीणों ने टोल प्रबंधक से भी कई बार शिकायत की है। जिस प्रकार से हाईवे पर खड़ी गाड़ियों को हटाने की जिम्मेदारी टोल प्रबंधन व एनएचएआई के अधिकारियों की होती है। लेकिन शिकायतों के बाद भी आज तक इन अवैध पार्किंगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणों ने पुलिस और टोल प्रबंधक पर मिली भगत के कारण अवैध पार्किंग को चलाने का भी आरोप लगाया उन्होंने कहा कि अवैध पार्किंग को चलाने में पुलिस और टोल प्रबंधक की मिली भगत है जिसके कारण इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।