ग्रेटर नोएडा स्थित बादलपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरौला में मंगलवार को सोनी (27) की हत्या उसके दूसरे पति मौसम की मां गीता देवी ने एक लाख की सुपारी देकर सचिन व उसके साथी उमेश उर्फ कल्लू से कराई थी। गीता अपने बेटे मौसम और सोनी के रिश्ते से नाखुश थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से शूटर चिपियाना खुर्द निवासी सचिन और हैबतपुर निवासी उमेश की पहचान करने के बाद गिरफ्तारी की है।
हत्या में प्रयोग की गई पिस्टल बरामदगी के दौरान सचिन ने पुलिस टीम पर पिस्टल तानकर चलाने का प्रयास किया तो जवाबी कार्रवाई में आरोपी पैर में गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को वारदात का खुलासा किया। डीसीपी ने खुलासा करने वाली बादलपुर पुलिस को 25 हजार इनाम देने की घोषणा की है।
डीसीपी सेंट्रल जोन सुनीति ने बताया कि पांच सितंबर को छपरौला में मूलरूप से बिहार निवासी सोनी की घर में घुसकर तीन गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला था कि एक गोली सोनी के सिर, एक सिर के किनारे और एक कमर में लगी थी। सोनी का विवाह बिहार निवासी विनोद से हुआ था, लेकिन दस साल तक विनोद के साथ रहने के बाद सोनी ने मारपीट से आहत होकर उसके साथ रहना छोड़ दिया था। सोनी लगभग एक साल से अपनी दस साल की बेटी को लेकर अपने गांव के मौसम कुमार के साथ रह रही थी। मौसम ने सोनी को अपनी पत्नी बनाकर साथ रखा हुआ था।
मौसम कुमार ने सोनी के पूर्व पति विनोद कुमार पर हत्या का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान व गिरफ्तारी की। आरोपी सचिन व उमेश ने पूछताछ में बताया कि उन्हें सोनी की हत्या के लिए तिगड़ी गांव में रहने वाली मौसम की मां गीता देवी ने एक लाख की सुपारी दी थी। 50 हजार रुपये एडवांस दिया गया था और 50 हजार रुपये और देना था। अब इस केस से विनोद का नाम हटाकर तीनों आरोपियों का नाम दर्ज किया गया है।
सचिन ने मारी गोली, उमेश चला रहा था बाइक
डीसीपी ने बताया कि आरोपी सचिन किराये पर ट्रैक्टर आदि चलाने का काम करता है और उमेश कैब चलाता है। मौसम की तरह उसके पिता भी आरटीओ दफ्तर में एजेंट का काम करते थे। सचिन का आरटीओ दफ्तर में अक्सर काम पड़ता है। इसके चलते उसकी गीता से पहचान है। सचिन गीता की गोली मारकर हत्या की और उसका साथी उमेश बाइक चला रहा था। वारदात में प्रयोग की गई बाइक भी आरोपियों ने चार सितंबर को खरीदी और उसकी नंबर प्लेट बदलकर वारदात की।
रिश्ते में लगती थी बुआ, सोनी पर खर्च कर देता था कमाई
गीता देवी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि सोनी न केवल उनके गांव की लड़की थी, बल्कि रिश्ते में मौसम की बुआ भी लगती थी। पहले से विवाहित होने के बावजूद मौसम की पत्नी बनकर अपनी बेटी के साथ रहती थी। मौसम अपनी कमाई सोनी, उसकी बेटी पर खर्च कर देता था। इससे गीता देवी खफा थी और गांव में भी उसे काफी कुछ सुनने को मिलता था।
अस्पताल में फूटकर रोई, चौकी में की थी बेटे-बहू की शिकायत
सोनी की हत्या के बाद जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो गीता भी वहां पहुंच गई। जब चिकित्सकों ने सोनी को मृत घोषित किया तो वह फूट-फूटकर रोने लगी। सवा महीने पहले ही गीता ने औद्योगिक चौकी पुलिस से बेटे-बहू के खिलाफ शिकायत की थी। इसके चलते चौकी पुलिस को तभी से गीता पर संदेह होने लगा था।
सीए की तैयारी कर रहे भाई के सामने की सोनी की हत्या
सोनी के साथ उसका चचेरा भाई पीयूष भी रहकर सीए की तैयारी कर रहा था। गीता पीयूष को पढ़ाने व साथ रखने से भी नाराज थी। वारदात के दौरान सोनी की बेटी सो रही थी और पीयूष के सामने आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया। पीयूष के ही शोर मचाने पर आसपास के लोग आरोपियों को पकड़ने दौड़े थे, लेकिन आरोपी फायरिंग कर फरार हो गए थे। पीयूष इस केस का चश्मदीद गवाह है।
मौसम के साथ रह रही है सोनी की बेटी
सोनी की दस साल की मासूम बेटी अपनी मां के साथ एक साल से पहले पिता विनोद से दूर मौसम के पास रह रही है। सोनी की हत्या के बाद भी वह मौसम के ही पास है। पुलिस ने विनोद को भी बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है। अब सोनी की हत्या के बाद विनोद भी अपनी बेटी को पाने के लिए दावा कर सकता है। एसीपी का कहना है कि विनोद अगर बच्ची को लेना चाहेगा तो उसे कोर्ट में दावा करना होगा। बच्ची जिसके पास रहना चाहती है, उसी के पास रह सकती है।