ग्रेटर नोएडा के थाना दादरी क्षेत्र में हुई घरेलू सहायिका की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पुलिस ने इस मामले में रविवार (1 अक्टूबर) को मृतका के पति समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. सरस्वती विहार कॉलोनी में रहने वाली राजकुमारी (40) की बीती 26 सितंबर को गोली मारकर हत्या की गई थी.
पुलिस ने बताया कि राजकुमारी की मंगलवार सुबह ग्रेटर नोएडा के दादरी इलाके में काम पर जाते समय दो बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पीड़िता जब सूरजपुर जा रही थी, जहां वह घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी, तभी हमलावरों ने उसे गोली मार दी और भाग गए.
पैसों के विवाद के एंगल से हो रही थी जांच
इस घटना के बाद पीड़ित की बेटी ने बताया था कि उनका उसकी मौसी के साथ पैसों को लेकर विवाद चल रहा था, जो कथित तौर पर इस मामले पर उन्हें धमकी देती थी. इसके बाद पुलिस इस मामले की जांच इसी विवाद के एंगल से करने लगी, लेकिन जब मामले में असल खुलासा हुआ तो पुलिस भी हैरान रह गई.
पति पुष्पेंद्र ने करवाई हत्या
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि राजकुमारी की हत्या उसके पति पुष्पेंद्र ने करवाई है. उसने हत्या के लिए शूटरों को हायर किया था. जिसके लिए 2 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी. इसमें आरोपी का चाचा, महिला का प्रेमी जीतू, और पड़ोसी कपिल गुर्जर भी शामिल रहा. शूटरों को राजकुमारी के पड़ोसी कपिल गुर्जर ने काम पर रखा था. वह पुष्पेंद्र का दोस्त भी है.
कॉल रिकॉर्डिंग के बाद रची साजिश
पुलिस के अनुसार, राजकुमारी ने करीब एक साल पहले अपने प्रेमी जितेंद्र उर्फ जीतू से अपने पति पुष्पेंद्र को मरवाने की बात कही थी. जीतू ने इस बात की कॉल रिकॉर्डिंग करके पुष्पेंद्र को सुना दी थी. जिसके बाद से ही पुष्पेंद्र अपनी पत्नी से खफा था. उसने कॉल रिकॉर्डिंग सुनने के बाद अपनी पत्नी की हत्या करने का मन बना लिया था.
आरोपी ने पुलिस को क्या बताया?
आरोपी पति ने पुलिस को बताया कि वो काफी पहले ही अपनी पत्नी की हत्या करवा देता, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. आरोपी ने बताया कि अगर मैं अपनी पत्नी की हत्या नहीं करवाता, तो मुझे मरवा देती. आरोपी ने अपनी पत्नी पर कई लोगों से अफेयर रखने का भी आरोप लगाया है.
पुष्पेंद्र ने बताया कि उसकी पत्नी लोगों को ब्याज पर पैसा देती थी. जिसका हिसाब-किताब वो एक डायरी में रखती थी. जीतू, आरोपी के चाचा और पड़ोसी कपिल ने भी महिला से उधार ले रखा था. पुष्पेंद्र ने इन सभी को उधार माफी का लालच देकर अपने साथ मिला लिया था.
मुठभेड़ के बाद शूटर किए गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने शनिवार को दो कथित शूटर को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया था. जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. उन्होंने बताया कि पुलिस ने घेराबंदी करके बदमाशों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे रुकने की बजाय पुलिस दल पर गोलीबारी करके भागने लगे. इसके जवाबे में पुलिस ने भी गोली चलाई.
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में अरविंद उर्फ मोनू गुर्जर और अनिकेत उर्फ दुजाना के पैर में लगी. दोनों घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. पुलिस ने इनके पास से घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, देसी तमंचा, कारतूस, 50 हजार रुपये नगद बरामद किया है.