देवरिया हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. जमीन विवाद में छह लोगों की हत्या के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सख्त हैं. मंडलीय विकास कार्य और कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कड़े तेवर दिखाए. उन्होंने चेतावनी दी कि जमीन के विवाद में घटनाएं होने पर संबंधित जिले और तहसील अफसर सीधे तौर पर नपेंगे. सीएम योगी ने अफसरों को पैमाइश और विरासत से संबंधित मामलों को 48 घंटे में निपटाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं के समाधान में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
देवरिया हत्याकांड के बाद CM योगी आदित्यनाथ सख्त
राजकीय कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अफसरों की खैर नहीं है. उन्होंने कहा कि समाधान दिवस में आई शिकायतों का निस्तारण करने के लिए वरिष्ठ अधिकारी स्थल पर जाएं. उन्होंने कहा कि किसी भी कमजोर उद्यमी, व्यवसायी की भूमि पर अवैध कब्जा को गंभीरता से लिया जाए. समीक्षा बैठक में सभी मंडलायुक्त और जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े थे. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने भी बैठक को संबोधित किया. उन्होंने जमीन विवाद का निपटारा करने के लिए अभियान चलाने को कहा.
भूमि विवाद निपटारा के लिए अफसर चलाएं अभियान
मुख्य सचिव ने कहा कि जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को सांसदों और विधायकों के फोन रिसीव करने की भी हिदायत दी गई. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि व्यस्त रहने पर अधिकारी बाद में कॉल कर सांसदों और विधायकों से संपर्क स्थापित करें. पिछले दिनों जनप्रतिनिधियों के फोन नहीं उठाने की अलग-अलग फोरम पर शिकायत हुई थी. मुख्य सचिव ने अधिकारियों को एक बार फिर फोन उठाने संबंधित आदेश दिया है. बता दें कि, देवरिया में 6 लोगों और सुल्तानपुर में डॉक्टर की हत्या के बाद कानून व्यवस्था का सवाल खड़ा हो गया था.