बिहार के बक्सर में बुधवार को नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसा इतना भंयकर था, कि अब भी कई यात्री खौफ में हैं। बक्सर से चलते ही रघुनाथ स्टेशन के पास ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हैं। जिस वक्त ये हादसा हुआ, उस वक्त रेल की स्पीड 110-120 किमी/घंटा थी। ट्रेन की पहले बोगी में सवार आरा के बाबू बाजार निवासी अशोक ने बताया कि वह और उनके साथ आरा के ही सामाजिक कार्यकर्ता मंगलम की मां समेत तीन लोग रात करीब साढ़े आठ बजे विंध्याचल से सवार हुए थे। रात साढ़े नौ बजे अचानक जोरदार आवाज के साथ ट्रेन लड़खड़ाने लगी। आगे की बोगियां दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। उनके साथ की महिला को पैर व सिर में मामूली चोट है। वहीं हादसे की सूचना मिलते ही मंगलम चारपहिया वाहन लेकर हादसास्थल पर पहुंचे और अपनी मां समेत साथ रहे आरा के लोगों को गाड़ी से लाये।
अलीगढ़ से एक माह की छुट्टी बिताकर एम 2 कोच में 79 बर्थ पर सवार न्यू जलपाईगुड़ी जा रहे बीएसएफ जवान ओमपाल सिंह ने बताया कि वे ऊपरी बर्थ पर सोये थे। अचानक तेज आवाज आई तो नींद खुली तो देखा कि ऊपरी बर्थ से कुछ यात्री गिर रहे थे और भागदौड़ होने लगी। तब तक उनकी बोगी भी पलट गई। तब किसी तरह गेट की कुंडी पकड़ बाहर निकले। उनके हाथ में चोट लगी है। बताया कि बोगी में चीख-पुकार मची थी और किसी तरह से लोग निकल रहे थे।
मामूली रूप से चोटिल पटना के शुभम ने बताया कि वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन ( मुगलसराय) में उक्त ट्रेन में सवार हुआ था। रघुनाथपुर स्टेशन के ठीक पहले अचानक ट्रैक चेंज होने पर पहले कड़कड़ाहट की आवाज आई। तब तक ऊपरी सीटों से यात्री नीचे गिरने लगे। क्या हुआ-क्या हुआ की आवाज आई। तब उसने देखा कि ट्रैक से बोगी अलग हो गई है। उक्त बोगी रघुनाथपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 4 में जाकर सट गई थी। बोगी से कूद कर लोग जैसे-तैसे निकलने लगे। उसने बताया कि क्रॉसिंग के पीछे रह गईं चार बोगियों में से एक बोगी पलट गई है और कई बोगियां ट्रैक से अलग-अलग हो गई हैं।
इस हादसे के चलते पीडीडीयू जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनें जहां तहां खड़ी हो गईं। पीडीडीयू जंक्शन से होकर गुजरने वाली डाउन महानंदा एक्सप्रेस को धीना में और सीमांचल एक्सप्रेस को दिलदारनगर में रोक दिया गया था। इससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी। घटना स्थल पर पुलिस के जवान स्थानीय लोगों के साथ मिलकर बचाव कार्य में जुटे रहे। सीढियां लगाकर डिब्बों के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। स्थानीय लोगों की भीड़ से राहत कार्य में परेशानी भी हो रही है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी बार-बार लोगों से वहां से हट जाने की अपील करते रहे। घटनास्थल पर रोशनी का अभाव होने रहा। फिलहाल रात के अंधेरे में और मोबाइलों की रोशनी में ही बचाव कार्य चला ।
नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग मदद को पहुंच गए हैं। दुर्घटना इतनी बड़ी है कि बोगियां इधर-उधर हो गई हैं। इधर, रात्रि का समय होने से लोगों को यात्रियों की मदद में परेशानी हो रही है। अभाविप के दीपक कुमार ने बताया कि मोबाइल की लाइट जला कर लोग मदद कर रहे है। जख्मियों को इलाज के लिए अस्पताल भी भेजा जा रहा है।
घटना के बाद कटिहार रेल मंडल ने हेल्पलाइन जारी किया है । कटिहार रेल मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक चौधरी विजय कुमार ने बताया कि नॉर्थईस्ट एक्सप्रेस आपसे की सूचना के बाद कटिहार रेल मंडल के द्वारा हेल्पलाइन जारी किया गया है।
कटिहार रेल मंडल कार्यालय का कमर्शियल कंट्रोल नंबर- 9608 815 880
बारसोई का हेल्पलाइन नंबर 7541806358
किशनगंज का हेल्पलाइन नंबर 75420 2802