नोएडा। सेक्टर-51-52 मेट्रो स्टेशन के बीच बन रहे स्काईवॉक में ट्रेवलेटर लगाने का काम शुरू हो गया है। दावा है कि सभी अड़चनों को दूर करते हुए तीन महीने में यह बनकर तैयार हो जाएगा।
यह स्काईवॉक एयरकंडीशनर होगा। इसमें छह जगह ट्रेवलेटर लगाए जाएंगे। ऐसे में बहुत कम दूरी के लिए लोगों को पैदल चलना पड़ेगा। ट्रेवलेटर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। इसका करीब 20 प्रतिशत काम हो गया है।
डिजाइन में बदलाव
अधिकारियों ने बताया कि यह स्काईवॉक पहले दोनों मेट्रो स्टेशन के अंदर कॉरिडोर में उतरना था। सेक्टर-52 स्टेशन की तरफ लेफ्ट साइड के जरिए जुड़ना था। इसमें अब बदलाव किया गया है। अब राइट साइड के जरिए जुड़ेगा।
दोहरा लाभ होगा
सेक्टर-51-52 स्टेशन के बीच आने-जाने वाले लोग इसका स्काईवॉक के रूप में इस्तेमाल करेंगे, जबकि नीचे से जो लोग स्टेशनों पर आना चाहेंगे, वह एफओबी के रूप में इस्तेमाल करेंगे।
यात्रियों को होगी सुविधा
जिन दो स्टेशनों को स्काईवॉक के जरिए जोड़ा रहा है, उनमें सेक्टर-51 नोएडा-ग्रेनो के बीच चलने वाली एक्वा लाइन और सेक्टर-52 नोएडा-दिल्ली के बीच चलने वाली ब्लू लाइन का हिस्सा है। यहां ई-रिक्शा कागजों में चल रहे हैं।
ऐसे में दोनों स्टेशनों के बीच आने-जाने के लिए लोगों को पैदल आना-जाना पड़ता है। स्काईवॉक बनने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली की ओर आने-जाने वालों को सहूलियत होगी। सवारियों को बार-बार चढ़ना-उतरना नहीं पड़ेगा।