संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा में गौतम बुद्ध नगर में चल रही किसानों के धरना प्रदर्शन के बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत यमुना प्राधिकरण पहुचे। जहा पर जिला प्रशासन के अधिकारियों और प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान किसानों की मांगों को अधिकारियों के सामने रखा गया। बैठक के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि अधिकारी और किसानों के बीच सहमति बनती हुई नजर आ रही है आज के बैठक सकारात्मक रही है। इस बैठक में यमुना प्राधिकरण से प्रभावित 6 जिलों के किसान, जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा व यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह सहित अन्य अधिकारी भी शामिल हुए।
दरअसल, यमुना एक्सप्रेसवे से प्रभावित किसानों के मुद्दे को लेकर मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने यमुना प्राधिकरण में अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि यमुना प्राधिकरण के अंतर्गत बनने वाले यमुना एक्सप्रेसवे में 6 जिलों के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। इस बैठक में पहली बार गौतम बुद्ध नगर से अलग कई जिलों के अधिकारी शामिल हुए हैं। यमुना एक्सप्रेसवे से प्रभावित सभी किसानों को उनका बढ़ा हुआ मुआवजा व अन्य मांगों को प्राधिकरण के द्वारा जल्द पूरा किया जाए। इसी को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की गई है।
यमुना विकास प्राधिकरण के बोर्ड रूम में जिलाधिकारी और प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह सहित अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए राकेश टिकैत ने गौतम बुद्ध नगर के साथ ही बुलंदशहर, अलीगढ़ व आगरा सहित अन्य जिलों के किसानों का भी मुद्दा उठाया। राकेश टिकैत ने कहा कि 6 जिलों के किसानों को 64.7 बढ़ा हुआ मुआवजा वितरित किया जाए। जिन किसानों की जमीन ली गई है उनके परिवार के लोगों को नौकरी दी जाए। इसके अलावा लीजबैक और जिन किसानों के पास भूमि नहीं है उनको प्लॉट दिए जाएं। बैठक के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि अधिकारियों और किसानों के बीच सहमति बनती हुई नजर आ रही है। इस बैठक में यमुना एक्सप्रेसवे से प्रभावित 6 जिलों के किसान और अधिकारी पहली बार एक साथ शामिल हुए हैं।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर किसी प्रकार की अड़चन आएगी तो आने वाले दिनों में एक बार फिर से किसान आंदोलन करेंगे और उनके ट्रैक्टर ट्राली सड़कों पर दौड़ते हुए नजर आएंगे। इसके साथ ही राकेश टिकट ने कहा कि प्राधिकरण में वर्ष 2041 तक का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। जिसके चलते उनका धरना प्रदर्शन भी आने वाले दिनों में ऐसे ही देखने को मिलता रहेगा। यमुना प्राधिकरण में अन्य जिलों के अधिकारियों के साथ की गई बैठक सकारात्मक रही है।