उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad) में मोहर्रम (Moharram) के मौके पर बनाए गए 40 फीट के ऊंचे ताजिए को कर्बला के लिए ले जाते वक्त रास्ते में ढेला नदी में बड़ा हादसा होते-होते बच गया. बारिश की वजह से इस नदी का जलस्तर बढ़ गया है और यहां आसपास पुल नहीं हैं ऐसे में ग्रामीणों ने नदी के रास्ते से ही ताजिये को गुजारने की कोशिश की लेकिन नदी के तेज बहाव में उनका संतुलन बिगड़ गया और ताजिया पानी में गिर गया, जिसके बाद वहां चीख पुकार मच गई. गनीमत ये रही कि इसमें किसी ग्रामीण को कोई गंभीर चोट नहीं आई है.
बरसात की वजह से ढेला नदी काफी पानी आ गया है. ग्रामीण जब इस नदी में ताजिये को लेकर निकले तो ताजिया बहुत भारी होने की वजह से उनका पानी में संतुलन बिगड़ गया और ताजिया नदी के पानी में गिर गया. जिसके बाद वहां लोगों ने चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया. जिसके बाद नदी के किनारे पर खड़े हुए ग्रामीण ताजिए को उठाने के लिए नदी के पानी में कूद गए. लोगों ने हिम्मत करके रस्सियों के सहारे ताजियों को नदी के पानी से खींच कर बाहर निकाला, लेकिन इस हादसे में ताजिया टूट गया. गनीमत यह रही की हादसे में किसी ग्रामीण को कोई गंभीर चोट नहीं लगी और सभी लोग नदी से कुशल बाहर निकल आए.
संतुलन बिगड़ने से नदी के पानी में गिरा ताजिया
घटना मुरादाबाद के भोजपुर थाना इलाके के अहमदपुर बसंतपुर गांव की ढेला नदी की है. इस दौरान नदी के दोनों किनारों पर काफी लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. ताज़िये को निकालने के लिए ग्रामीण नदी में कूदे और सैकड़ों नौजवानों ने हौसले के साथ नदी के पानी से ताज़िये को सीधा कर दूसरी तरफ पार निकाल लिया लेकिन इसमें ताजिया काफी टूट गया था.
मुरादाबाद के थाना भोजपुर के प्रभारी इंस्पेक्टर ने बताया कि गांव के पास नदी पर कोई पुल नही है. पुल बहुत दूर है हर साल परंपरागत तरीके से नदी से ही गांव वाले ताजिया लेकर गुजरते हैं, इस बार भी नदी में पानी कम ही था इसलिए वह ताजिये को ट्यूब की मदद से पानी से होकर गुजार रहे थे. इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है और ना ही कोई पानी में डूबा है. ताजिया गांव में ले जाकर रख दिया गया है और मौके पर पूर्ण रूप से शांति व्यवस्था बनी हुई है. घटना अचानक हुई थी.