दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के अधिकारी भाजपा द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों की ‘खरीद-फरोख्त’ के प्रयास के आरोपों के संबंध में रविवार को नोटिस देने दिल्ली की मंत्री आतिशी के आवास पर पहुंचे. इस दौरान आतिशी अपने आवास पर मौजूद नहीं थीं जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम वापस लौट गई. बाद में एक बार फिर क्राइम ब्रांच की टीम आतिशी के घर पहुंची और उनके OSD दीपक दहिया से नोटिस रिसीव करवाया. आतिशी को 5 फरवरी तक यानि 24 घंटे के भीतर नोटिस का जवाब देना है.
आतिशी ने किया था दावा
इससे एक दिन पहले अपराध शाखा के अधिकारियों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नोटिस देकर उनसे भाजपा की तरफ से ‘आप’ के सात विधायकों को खरीदने की कोशिश संबंधी उनके दावों की जांच में तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा था.केजरीवाल और आतिशी ने 27 जनवरी को दावा किया था कि भाजपा, ‘आप’ सरकार को गिराने के लिए सत्तारूढ़ दल के विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये और अगले साल के विधानसभा चुनाव में टिकट की पेशकश कर उन्हें खरीदने का प्रयास कर रही है.
बीजेपी ने किया हमला
भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें ‘झूठा’ और ‘निराधार’ बताया था और मुख्यमंत्री को उनके दावों के समर्थन में सबूत पेश करने की चुनौती दी थी.
बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आतिशी पर हमला करते हुए कहा, ‘मंत्री आतिशी भी अरविंद केजरीवाल की तरह सबूत होने की बात कह रही थी. अब BJP की शिकायत पर क्राइम ब्रांच सबूत लेने गयी है तो आतिशी भी गायब हैं. न कोई खरीदने वाला था न बेचने वाला. ED से ध्यान हटाने के लिए रचा था विधायक खरीदने का जंजाल. अब इसमें आतिशी और अरविंद केजरीवाल ख़ुद फंस गए हैं. लेकिन आतिशी जी सबूत तो देना पड़ेगा.’
केजरीवाल ने लगाए थे ये आरोप
केजरीवाल ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि आप के सात विधायकों से संपर्क किया गया और उनमें से प्रत्येक को दलबदल करने के लिए 25 करोड़ रुपये की पेशकश की गई. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि कथित शराब घोटाले में उन्हें गिरफ्तार करने और दिल्ली में उनकी सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है.
अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा था, ‘हमारे सभी MLA भी मजबूती से साथ हैं. इस बार भी ये लोग अपने नापाक इरादों में फेल होंगे. ये लोग जानते हैं कि दिल्ली की जनता के लिए हमारी सरकार ने कितने काम किए हैं. इनकी पैदा की गयी तमाम अड़चनों के बावजूद हमने इतने काम किए हैं. दिल्ली की जनता AAP से बेइंतहा प्यार करती है. इसलिए चुनावों में AAP को हराना इनके बस की बात नहीं. तो एक फर्जी शराब घोटाले के बहाने गिरफ्तार करके सरकार गिराना चाहते हैं’.