लखनऊ. उत्तरप्रदेश, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश की 15 सीटों पर मंगलवार को राज्यसभा चुनाव संपन्न हो गए. यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों पर चुनाव हुए जिनमें 8 सीटों पर भाजपा और 2 सीटों पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को जीत हासिल हुई हैं. इन सभी 10 सीटों के लिए 395 मतदाताओं ने मतदान किया है. राज्यसभा चुनाव के परिणाम देर शाम तक सामने आए.
राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के सभी प्रत्याशियों सुधांशु त्रिवेदी, आरपीएन सिंह, चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत और आगरा के मेयर नवीन जैन की जीत हो गई है. वहीं समाजवादी पार्टी से जया बच्चन और PDA के उम्मीदवार रामजीलाल सुमन के भी राज्यसभा चुनाव में विजय हो गए हैं.
वहीं सपा के तीसरे नंबर के प्रत्याशी पूर्व आईएएस अलोक रंजन हार गए हैं. बता दें, उत्तरप्रदेश में 10 राज्यसभा सीटों पर चुनाव हुए. इन 10 सीटों के लिए 399 मतदाताओं में से कुछ कुल 395 वोटरों ने वोट किया. पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी देवी ने मतदान नहीं किया था. महाराजी देवी वोट देने नहीं पहुंचीं. जानकारी के अनुसार इस दौरान समाजवादी पार्टी के विधायकों ने जमकर क्रॉस वोटिंग की. सपा के 7 विधायकों ने बीजेपी के पक्ष में मतदान किया है.
राज्यसभा चुनाव परिणाम से पहले सपा में मची भगदड़
वहीं इससे पहले यूपी की 10 राज्यसभा सीटों के लिए मंगलवार को जैसे ही मतदान शुरू हुआ समाजवादी पार्टी में भगदड़ मच गई. पार्टी के मुख्य सचेतक और ऊंचाहार से विधायक मनोज पांडेय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके अलावा चार अन्य सपा विधायकों ने भी जय श्रीराम के उद्घोष के साथ क्रॉस वोटिंग कर डाली. यह स्थिति सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए सामान्य नहीं थी. उन्होंने खुद स्वीकार किया कि पार्टी के कुछ विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की और अब उनके खिलाफ बड़ा एक्शन होगा.
सपा के इन नेताओं ने की क्रॉस वोटिंग
यूपी में 10 राज्यसभा सीटों में से बीजेपी की तरफ से 8 और समाजवादी पार्टी की तरफ से 3 उम्मीदवार मैदान में थे. यह भी संकेत थे कि सपा का तीसरा प्रत्याशी नहीं जीत रहा. ऐसा इसलिए क्योंकि सपा के 8 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की, जिनमें राकेश पांडेय, राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह, विनोद चतुर्वेदी, मनोज पांडेय, महाराजी देवी ( गैर हाजिर ), पूजा पाल ( NDA को वोट दिया), आशुतोष मौर्य (गैर हाजिर) रहे.