अलीगढ़. यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपस में पुरानी रंजिश के चलते बीती 24 जुलाई को तीन हमलावरों द्वारा ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी. बतादें वह फायरिंग दो सगे भाई एएमयू के कर्मचारी नदीम और कलीम पर डिपार्टमेंट में जाते वक्त हुई थी, जिसमें दोनों घायल हुए थे. जिनका जेएन मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा था. दोनों घायलों में से नदीम मेहबूब की उपचार के दौरान आज मौत हो गई है. वहीं, घायल दूसरे भाई कलीम मेहबूब का जेएन मेडिकल कॉलेज में उपचार जारी है.
पुलिस ने मृतक का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूर्ण कराई है. उक्त घटना में पुलिस ने बताया है कि थाना सिविल लाइन में मुकदमा पंजीकृत है. हमलावर तीन लोगों को घटना के बाद गिरफ़्तार कर जेल भेजा जा चुका है. प्राप्त जानकारी के अनुसार नदीम और कलीम सगे भाई थे जो मूल रूप से जवां थाना इलाके के निवासी थे. मौजूदा समय में सिविल लाइन थाना इलाके के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नौकरी मिलने के बाद से, कैंपस में ही रहते थे.
बताते हैं कि आरोपी पक्ष और पीड़ित पक्ष के बीच पहले से मुकदमे बाजी चल रही थी. उसी पुरानी रंजिश के चलते 24 जुलाई को जब नदीम और कलीम दोनों भाई कैंपस में बने डिपार्टमेंट में ड्यूटी पर जा रहे थे, तभी बाइक सवार तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस घटना में नदीम महबूब के पेट में गोली लगी, जबकि कलीम महबूब के सिर के पास से गोली छूकर निकल गई.
24 जुलाई से लगातार दोनों भाइयों का उपचार जेएन मेडिकल कॉलेज में चल रहा था. आज सुबह नदीम महबूब की उपचार के दौरान मौत हो गई. वहीं, कलीम महबूब की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक नदीम के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूर्ण करा दी है. म्रतक नदीम के परिजन व स्टाफ के लोगों ने एएमयू इंतजामिया से मांग की है कि मृतक के परिवार में से किसी को नौकरी दी जाए और घायल का उपचार ठीक से कराया जाए.