यूपी एटीएस ने आईएसआईएस से जुड़े एक व्यक्ति को अलीगढ़ में सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ-साथ इसके एक अन्य सहयोगी की भी एटीएस को तलाश थी लेकिन उसने भी सोमवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। गिरफ्तार आमस अहमद उर्फ फराज़ अहमद जिसकी आयु 22 वर्ष है और इसका स्थायी पता जीटीबी नगर करेली प्रयागराज है। अलीगढ़ में वीएम (विकार उल मुल्क) हाल, मैरिस हॉस्टल रूम नंबर-9 में रह रहा था। वहीं आत्मसमर्पण करने वाला 25 वर्षीय अब्दुल समद मलिक संभल का रहने वाला है।
गिरफ्तार अभियुक्त आमस अहमद उर्फ फराज़ पूर्व में गिरफ्तार अपने साथियों के साथ मिलकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में आईएसआईएस का मॉड्यूल तैयार कर अन्य लोगों को भी इसमें जोड़ रहा था l ये सभी कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस की शपथ ले चुके थे और देश विरोधी मंसूबा बनाकर कोई बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक मे थे l
साथियों के गिरफ्तार होने के बाद से फराज़ छिप-छिपकर रह रहा था l फराज ने वर्ष 2022 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान मे स्नातक किया था और 2023 में एमबीए के लिए प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित हुआ जबकि कोर्ट में समर्पण करने वाला अब्दुल समद मलिक एएमयू से एमएसडब्ल्यू (मास्टर इन सोशल वर्क) कर रहा था l
यूपी एटीएस को सूचना मिली थी कि कुछ लोगों द्वारा आईएसआईएस की शपथ लेकर देश विरोधी मंसूबा बनाकर अवैध गतिविधियां संचालित की जा रही है l इस सूचना को पुष्ट करने के बाद पुख्ता साक्ष्य संकलन करते हुए तीन नवंबर 23 को एटीएस थाने में शस्त्र अधिनियम पंजीकृत कर अभियुक्त अब्दुल्ला अर्सलान, माज बिन तारिक, वजीहउद्दीन सहित सात अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया था l
आमस अहमद उर्फ फराज़ अहमद तथा अब्दुल समद मलिक की यूपी एटीएस को तलाश थी l अब्दुल समद मलिक जिस पर 25,000 रुपये का इनाम था। इसने कोर्ट के समक्ष समर्पण कर दिया जबकि आमस उर्फ फराज़ को गिरफ्तार करने के लिए एटीएस की टीम सर्विलान्स के आधार पर मुखबिरों की भी सहायता ले रही थी l