नई दिल्ली। भीषण गर्मी के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जल संकट पैदा हो गया है। पानी की आपूर्ति में कमी के बीच दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने इसे लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखा है।
आतिशी ने सीएम योगी और सीएम नायब सिंह सैनी से मानसून आने तक एक महीने के लिए दिल्ली के लिए अतिरिक्त पानी छोड़ने का अनुरोध किया है, ताकि दिल्लीवासी इस प्रचंड गर्मी में पानी के लिए परेशान न हों।
जल संकट उत्पन्न कर राजनीति कर रही है आप सरकार : भाजपा
जल संकट पर भाजपा का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और जल मंत्री आतिशी दिल्ली में जल संकट उत्पन्न करने के बाद इसे लेकर राजनीति कर रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली जलबोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार हरियाणा और उत्तराखंड से दिल्ली को आवंटित कोटे से अधिक पानी मिल रहा है।
दिल्ली के जल उपचार संयंत्रों (डब्ल्यूटीपी) से क्षमता से अधिक पेयजल उपलब्ध है। उन्होंने कहा, दिल्ली को प्रतिदिन हरियाणा से दिल्ली सब ब्रांच, कैरियर लाइन चैनल और यमुना से 547 एमजीडी पानी मिलना चाहिए, लेकिन शनिवार को 617 एमजीडी पानी मिला है। ऊपरी गंगा नहर से 254 एमजीडी की जगह 257 एमजीडी पानी मिला है। डब्ल्यूटीपी और ट्यूबवेल व रेनी वेल की क्षमता 956 एमजीडी की तुलना में 994.96 एमजीडी शुद्ध पेयजल उपलब्ध हुआ है।
आतिशी को हरियाणा से क्षमा मांगनी चाहिए- रामवीर सिंह बिधूड़ी
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा, “आतिशी को झूठे आरोप लगाने के लिए हरियाणा से क्षमा मांगनी चाहिए। वह पिछले कुछ दिनों से लगातार हरियाणा पर कम पानी देने का आरोप लगा रही हैं। इसके विपरीत सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली सरकार द्वारा दायर याचिका और केंद्रीय जल मंत्री को लिखे पत्र में कहीं भी कोटे से कम पानी देने का उल्लेख नहीं है। इसकी जगह जरूरत के अनुसार पानी उपलब्ध कराने की अपील की गई है।”