लखनऊ: गैंगस्टर संजीव जीवा हत्याकांड मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. लखनऊ कोर्ट में पेशी के दौरान संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है. इसके मुताबिक, बदन सिंह बद्दो ने सुपारी देकर संजीव जीवा की हत्या कराई थी.बदन सिंहबद्दो ने शूटर विजय यादव को इसके लिए 50 लाख रुपये की सुपारी दी थी.पैसे के लालच में विजय यादव ने संजीव जीवा की हत्या की. बदन सिंह वर्ष 2019 से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. उस पर सरकार ने पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा है.
कोर्ट में पेशी के दौरान हत्या
बता दें कि पिछले दिनों बीजेपी नेता ब्रह्म दत्त हत्याकांड के आरोपी संजीव जीवा की लखनऊ सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान गोली मारकर हत्या की गई थी. इस फायरिंग से कोर्ट कैंपस में मौजूद डेढ़ साल की बच्ची और कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे. चार्जशीट के मुताबिक, बदन सिंह बद्दो ने पुरानी रंजिश में संजीव जीवा की कोर्ट में हत्या करवाई थी. बता दें कि बदन सिंह बद्दो यूपी के टॉप अपराधियों की सूची में शामिल है. पुलिस की चार्जशीट में यह भी लिखा है कि रिवाल्वर बदन सिंह ने ही मुहैया कराया था.उससे ही हत्या की पुष्टि फोरेंसिक विशेषज्ञों ने भी की है.
कोर्ट में चार्जशीट दाखिल
संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा हत्याकाण्ड की विवेचना कर रहे वजीरगंज इंस्पेक्टर ने शनिवार को कोर्ट में 600 पन्ने की चार्जशीट दाखिल की है. जीवा हत्याकाण्ड में गैंगस्टर बदन सिंह को नामजद करके धारा 120 बी भी बढ़ा दी गई है. हालांकि इस हत्याकाण्ड की जांच SIT कर रही है.
नेपाल में असलम के जरिए शूटर विजय यादव की बदन सिंह बद्दो से मुलाकात हुई थी. बदन सिंह बद्दो और संजीव जीवा के बीच लंबे समय से पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में वसूली को लेकर रंजिश चली आ रही थी. पुलिस ने संजीव महेश्वरी जीवा हत्याकांड में बदन सिंह बद्दो के साथ नेपाल के मददगार असलम और लखनऊ के एक मददगार को साजिश रचने का आरोपी बनाया है. संजीव जीवा माहेश्वरी ने बदन सिंह बद्दो के द्वारा हत्या किए जाने के डर से ही मुजफ्फरनगर कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी कराने को लेकर अर्जी दी थी.
कहां है बदन सिंह बद्दो
करीब दो साल से बदन सिंह बद्दों के नेपाल, बैंकांक, दुबई और मलेशिया में उसके होने की सूचनाएं मिलती रही. बता दें कि 28 मार्च 2019 को गाजियाबाद से पेशी से लौटते वक्त उसने एक होटल में पुलिस वालों को शराब पिलाई और फिर लग्जरी गाड़ी से भाग निकला. उसके खिलाफ करीब 47 मुकदमे दर्ज हैं.
संजीव जीवा मुजफ्फरनगर का रहने वाला था. वह पश्चिमी यूपी में कुख्यात अपराधी के रूप में जाना जाता है. 90 के दशक में अपराध की दुनिया में कदम रखने वाला जीवा के खिलाफ यूपी और उत्तराखंड में अकेले 23 मामले दर्ज थे.संजीव के अपराध का साम्राज्य काफी बड़ा था.