उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश ने आम जन जीवन को त्रस्त कर दिया है. एक ओर जहां पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण भूस्खलन होने से लेकर नदी-नाले उफान पर बह रहे हैं. वहीं उत्तरकाशी में भारत-तिब्बत और चीन सीमा को जोड़ने वाला लोहे का पुल बह गया है. जिसके चलते इलाके के आसपास के गांवों का संपर्क टूट गया है. चोरगाड नदी पर बना यह पुल सेना, आईटीबीपी से लेकर आस-पास के लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है.
दरअसल उत्तराखंड के उत्तरकाशी में चोरगाड नदी पर भारत-तिब्बत और चीन सीमा को जोड़ने वाला लोहे का बैली ब्रिज टूट गया है. इसके चलते सेना और आईटीबीपी के जवानों को रेकी करने के साथ ही उन तक रसद पहुंचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि भारी बारिश के चलते चोरगाड नदी में उफान आने पर यह वैकल्पिक पुल बह गया. इसके कारण सीमा पर तैनात सैनिकों का खाद्यान्न का संकट पैदा हो गया है.
पिलर टूटने से बहा पुल
फिलहाल पुल को जल्द से जल्द ठीक किए जाने को लेकर गंगोत्री नेशनल पार्क ने जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजी है. जानकारी के अनुसार चोरगाड नदी में उफान आने पर बैली ब्रिज का पिलर टूटने के कारण यह पुल बह गया. वहीं हिमाचल प्रदेश सहित अंतरराष्ट्रीय सीमा को जोड़ने वाले इस पुल की मरम्मत के लिए जिला प्रशासन लोनिवि भटवाड़ी को निर्देश दिए हैं.
उत्तराखंड में कहर बरपा रही बारिश
बता दें कि लंबे समय से उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते आम जनजीवन काफी त्रस्त हो गया है. उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में बारिश के कारण पहाड़ के सरकने के साथ ही नदी-नालों के उफान पर आने और लोगों के उसमें फंसने की खबरें सामने आई हैं. इस दौरान जहां बारिश के कारण हुए भूस्खलन में लोगों की मौत हुई. वहीं कुछ जगहों पर अचानक बादल फटने के बाद आए सैलाब में कई घर बह गए हैं.