वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में सरफराज खान को जगह नहीं मिलने पर कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ी लगातार चयनकर्ताओं की आलोचना करते दिख रहे हैं. पिछले 3 रणजी सीजन से बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले सरफराज खान लगातार टीम इंडिया में अपनी जगह को लेकर दावा ठोक रहे हैं. ऐसे में चयनकर्ताओं द्वारा उन्हें नजरअंदाज किए जाने पर सवाल उठना भी लाजिमी हैं.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के एक सूत्र ने पीटीआई को दिए बयान में बताया कि सरफराज के चयन ना होने की बड़ी वजह वह खुद हैं. टीम में चयन नहीं होने का जो एक बड़ा कारण है वह सरफराज खान की फिटनेस है. जो अंतरराष्ट्रीय स्तर की नहीं है. इसके अलावा उन्हें अपने रवैये में भी काफी सुधार करने की जरूरत है.
बीसीसीआई अधिकारी ने पीटीआई को दिए अपने बयान में कहा कि जब सरफराज खान ने दिल्ली के खिलाफ रणजी मुकाबले में शतकीय पारी खेलने के बाद जश्न मनाते हुए मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा की तरफ उंगली से इशारा किया था तो वह किसी को भी पसंद नहीं आया था. मैदान के अंदर और बाहर सरफराज का रवैया अच्छा नहीं रहा है. हम उम्मीद करते हैं कि वह अपने पिता के साथ मिलकर इसपर काम करेंगे.
आईपीएल नहीं है टेस्ट टीम में चयन का आधार
विंडीज दौरे के लिए घोषित हुई भारतीय टेस्ट टीम में ऋतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल की नए खिलाड़ियों के तौर पर एंट्री देखने को मिली है. इनके चयन पर कई पूर्व दिग्गजों ने आईपीएल के 16वें सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन एक बड़ी वजह बताया. इसपर बीसीसीआई अधिकारी ने जवाब देते हुए कहा कि जब मयंक अग्रवाल ने टेस्ट टीम में जगह बनाई थी तो एक सत्र में लगभग 1000 रन बनाए थे. उस समय चयनकर्ताओं ने उनका आईपीएल रिकॉर्ड नहीं देखा था. ऐसा ही हमने दूसरे खिलाड़ियों के चयन में भी किया है. सरफराज के मामले में हम ऐसा क्यों करेंगे. प्लेयर्स घरेलू क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद राष्ट्रीय टीम में जगह बनाते हैं.