ट्रैक्टर से पहुंचे सैकड़ों किसान, लगा जाम, लोग परेशान, किसानों और अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक
नोएडा। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के बैनर तले सैकड़ों किसान कार्यकता ट्रैक्टर-ट्रॉली और गाड़ियों के साथ सेक्टर-33 स्थित एआरटीओ का घेराव कर महापंचायत शुरू की। किसानों मांग कर रहे थे कि एनजीटी के नियम के अनुसार 10 वर्ष पुराने ट्रैक्टरों को कबाड़ होने से बचाने, इनके चालान बंद किया जाये और भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी, अनियमितताओं एवं अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किसानों के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार को रोका जाए। महापंचायत शुरू होते ही पुलिस व बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने इन्हें रोकने का प्रयास किया तो पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हुई।
एआरटीओ ऑफिस पर किसानों के घेराव और महापंचायत को देखते हुए एआरटीओ ऑफिस के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर दी गई है। वही दूसरी तरफ किसानों ने टेंट लगाया हुआ था जिसके कारण यहां से निकलने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा था। जब पुलिस अधिकारियो ने जब उन्हे समझाने का प्रयास किया किसानों और अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
अधिकारियों का कहना है कि नोएडा एक विकसित शहर है जहां पर खेती किसानी नहीं होती है इन ट्रैक्टरों का इस्तेमाल यह लोग कमर्शियल एक्टिविटी के लिए कर रहे हैं जिन्हें नियमत: बंद किया जा रहा है और उनके चालान भी किए जा रहे हैं। जबकि किसानों का कहना है कि ट्रैक्टरों को सीज कर बिना वजह परेशान किया जा रहा है। परिवहन विभाग के अफसर सड़कों पर खड़े रहते हैं। किसानों के ट्रैक्टरों को रोककर सीज कर देते हैं। किसान खेती बाड़ी के काम में ट्रैक्टरों का इस्तेमाल करते हैं।
प्रदर्शनकारी किसान नेताओं का यह भी कहना है कि किसानों के ट्रैक्टर पर रॉयल्टी व टेक्स तक लागू नहीं होता, लेकिन, आरटीओ के अधिकारियों ने सारे नियम दरकिनार कर कोरोना काल में पहले से परेशान किसान पर उनके ट्रैक्टर की कीमत से भी ज्यादा पांच से आठ लाख रुपये तक की पैनल्टी लगाकर उनकी परेशानी ओर बढ़ा दी है। ये पैनल्टी तुरंत रद्द की जाए। प्रदर्शनकारी किसानो 10 वर्ष पुराने ट्रैक्टरों को कबाड़ होने से बचाने, इनके चालान बंद करवाने की मांग की। इस दौरान किसानों ने चेतावनी भी दी कि जब तक मांग नहीं मानी जाएगी, तब तक आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा। किसानों के प्रदर्शन के चलते यातायात डायवर्ट करना पड़ा इससे लोगों को परेशानी हुई।
भारतीय किसान यूनियन टिकट के मीडिया प्रभारी सुनील प्रधान ने बताया कि किसानों व अधिकारियों के बीच बैठक हुई जिसमें एआटीओ व डीसीपी ट्रेफिक अमित कुमार यादव व डीसीपी हरीश चन्दर एसीपी रजनीश एव बिजली विभाग के चीफ व एएक्सएन मौजूद रहे। सभी अधिकारियो ने किसानो की मांगे मान ली गई और तीनों विभाग डीसीपी ट्रैफिक एवं ऐआरटीओ व बिजली विभाग के चीफ ने कहा की किसानों अब आगे से कभी परेशानी नहीं होगी और ना ही इन्हें बेवजह परेशान किया जाएगा। किसानो के जो भी ट्रैक्टरों व चालान की समस्या है उनकी समस्याओ का समाधान कर दिया जायेगा ओर आगे से सभी अधिकरारियो के साथ मीटिंग कर किसानो साथियो का सहयोग करेगे।
मीडिया प्रभारी सुनील प्रधान ने बताया आने वाली 12 अप्रैल को डीसीपी ट्रैफिक एवं आरटीओ ऑफिस में मीटिंग रखी गई और 17 अप्रैल को बिजली विभाग के सेक्टर 16 ऑफिस पर मीटिंग रखी गई जिसमें सभी मुद्दों पर सहमत होकर किसानों के कार्य कराए जाएंगे। इस मौके पर राजे प्रधान,मटरू नागर, बेली भाटी, शाकिर सैफी, जित्ते बैसला, नवनीत खटाना, सुनील प्रधान, राजीव मलिक, रामनिवास, योगेश शर्मा, सुरेश मलिक, धीरज, सोनू कसाना, संदीप अवाना और हरेंद्र नागर सहित भारी संख्या में किसान मौजूद रहे।