ग्रेटर नोएडा से आज की सबसे बड़ी खबर है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस की स्वाट टीम, एसओजी टीम और ग्रेटर नोएडा पुलिस की संयुक्त टीमों ने 300 करोड़ रुपये का ड्रग्स पकड़ा है। यह उत्तर प्रदेश के इतिहास में ड्रग्स माफिया के खिलाफ सबसे बड़ा एक्शन है। ग्रेटर नोएडा शहर में ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री पुलिस ने पकड़ी है।
उत्तर प्रदेश के इतिहास में ड्रग्स माफिया के खिलाफ यह अब तक का सबसे बड़ा एक्शन है। इस ऑपरेशन के बारे में दोपहर दो बजे गौतमबुद्ध नगर की पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। पुलिस का दवा है कि यह ऐतिहासिक बरामदगी है। जिसमें लगभग 200 करोड़ रुपये की नारकोटिक्स एमडीएमए मेथ्स है। इसके अलावा भारी मात्रा में केमिकल्स और रॉ मैटेरियल की रिकवरी की गयी है। जिससे लगभग 100 करोड़ रुपये की और नारकोटिक्स बन सकती है। इस ऑपरेशन में अफ्रीकी मूल के अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं। इस नारकोटिक्स प्रयोगशाला के पर्दाफाश और बरामदगी के बारे में पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह थाना बीटा-2 कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी।
आपको बता दें कि गौतमबुद्ध नगर उत्तर भारत का सबसे बड़ा एजुकेशन हब है। जिले में 10 विश्वविद्यालय और करीब 150 बड़े शिक्षण संस्थान हैं। देशभर के तीन लाख से ज्यादा स्टूडेंट नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पढ़ रहे हैं। दुनिया के 50 से ज्यादा मुल्कों के छात्र-छात्राएं जिले में हैं। इंटरनेशनल ड्रग्स माफिया और रैकेट की इन पर नजर रहती है। यूनिवर्सिटी और तमाम शिक्षण संस्थानों को ड्रग्स माफिया ने बाजार बना रखा है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस का यह एक्शन ड्रग्स माफिया की कमर तोड़ने के लिए बड़ी कार्रवाई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ड्रग्स माफिया के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। इस सिलसिले में पूरे प्रदेश में कार्रवाई चल रही है, लेकिन गौतमबुद्ध नगर में ड्रग्स माफिया पर हुआ यह एक्शन ऐतिहासिक है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के इतिहास में अब तक ड्रग्स की इतनी बड़ी खेप नहीं पकड़ी गई है। पहली बार पुलिस ने ना केवल ड्रग्स बल्कि इसे बनाने और रिफाइन करने के लिए इस्तेमाल की जा रही लेबोरेट्री को भी पकड़ा है। एक तरह से गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने ड्रग्स बनाने की बड़ी फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है।