नोएडा की थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है जो गरीब व अनपढ़ लोगों का फर्जी पुलिस वेरिफिकेशन कर उनसे उनकी खून पसीने की कमाई लूटते थे। फर्जी पुलिस वेरिफिकेशन करने के लिए जालसाज़ों ने फर्जी कूटरचित दस्तावेज, वेरिफिकेशन सेल के प्रभारी की फर्जी मोहर और फर्जी हस्ताक्षर भी बनवा रखे थे। थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस ने ऐसे पुलिस वेरिफिकेशन करने वाले 03 लोगों को गिरफ्तार किया है।
ऐसे हुआ पर्दाफाश
बृहस्पतिवार को थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस जब लोटस जिंग सोसाइटी में काम करने वाली कुछ ग्राहसेविकाए और किराएदारों से पुलिस वेरीफिकेशन के बारे में पूछताछ कर रहे थे तो पता चला की ग्राम छपरौली में कुछ दुकानदार फर्जी पुलिस सत्यापन कर रहे है।
पुलिस वेरिफिकेशन सेल के प्रभारी की बनायी फर्जी मौहर
थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए लोकल इंटेलिजेंस व गोपनीय सूचना की सहायता से छपरौली गोल चक्कर पर छापेमारी कर 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान रजनीश सिंह चौहान, राहुल चौहान और अमित कुमार के रूप में हुई है । आरोपियों के कब्जे से 03 लैपटॉप, 06 वैरिफिकेशन फार्म की छायाप्रति, 02 वेरिफिकेशन फार्म भरे हुये, पुलिस वेरिफिकेशन सेल के प्रभारी की मोहर, 02 स्टैम्प पैड नीली स्याही, 32 किता खाली फार्म पेपर व 02 मोबाइल फोन बरामद किए गए है।
पुलिस विभाग की छवि पर लगा रहे दाग
थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि ये गिरोह डेढ़ साल से लोटस जिंग सोसाइटी सेक्टर-168 नोएडा में काम करने वाली बाइयों और किराएदारों को निशाना बनाते थे और उनका फर्जी पुलिस सत्यपान करते है। आरोपियों के पास पहले से पुलिस की फर्जी मोहर लगे कागज व 50 रुपये बैंक के चालान रसीद की कॉपी है। रसीद को एडिट करके आरोपी फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी पुलिस सत्यापन करते है ।ऐसा करके ये आरोपी गरीब लोगों की मेहनत की कमाई खा रहे है।