ग्रेटर नोएडा। भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर किया लेखपाल के द्वारा जेवर एयरपोर्ट से प्रभावित किसानों के साथ गाली गलौच व अभद्रता करने के विरोध में किसानों ने जमकर किया प्रदर्शन इस दौरान लेखपाल को हटाने व उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही को लेकर जिलाधिकारी के नाम का ज्ञापन एडीएम को सौंपा और किसानों की अन्य मांगों को लेकर भी एडीएम से शिकायत की जिसके बाद किसानों की सभी मांगों को जल्द ही निस्तारण कराने का आश्वासन दिया गया।
दरअसल, जेवर क्षेत्र में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है जिसके लिए वहां पर किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है किसानों की जमीन का मुआवजा देने के लिए लेखपाल के द्वारा फाइलें बनाई जाती है। जेवर क्षेत्र की एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है जिसमें लेखपाल पर ग्रामीण रिश्वत लेने का आरोप लगा रहे हैं वही लेखपाल वीडियो में किसानों के साथ अभद्रता गाली गलौज व धमकी देता हुआ दिखाई दे रहा है जिसको लेकर किसानों में भारी आक्रोश है उसी के तहत भारतीय किसान यूनियन टिकैत के सैकड़ों कार्यकर्ता पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पवन खटाना के नेतृत्व में जिलाधकारी कार्यालय पहुंचे जहां पर उन्होंने लेखपाल को तत्काल हटाने और उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया जिसके बाद एडीएम ने किसानों की मांगों को जल्द ही पूरा करने का आश्वासन दिया।
जेवर के रनहेरा गांव की जमीन का जेवर एयरपोर्ट के लिए अधिकरण किया जा रहा है और किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है किसानों के मुआवजे की फाइल लेखपाल पवन दुबे के द्वारा बनाई जा रही है ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लेखपाल ग्रामीणों से रिश्वत ले रहा है जिसको लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें लेखपाल पवन दुबे किसानों के साथ गाली गलौच व अभद्रता कर रहा हैं साथ ही देख लेने की धमकी दे रहा है वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने लेखपाल पवन दुबे को हटाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
कलेक्ट्रेट पर किसानों के धरना प्रदर्शन के बीच एडीएम नितिन मदन किसानों की समस्याओं को सुनने के लिए पहुंचे जहां पर उन्होंने किसानों की मांग को देखते हुए लेखपाल को तत्काल हटाने की जानकारी दी और बताया कि उसके खिलाफ विभागीय जांच भी की जा रही है वही लेखपाल को जेवर के सभी गांवों से कार्य मुक्त कर दिया गया है। एडीएम से किसानों ने बिजली के आ रहे ज्यादा बिल व विस्थापित किसानों को मॉडल पुर गांव में बसाई जाने की मांग की जिस पर एडीएम प्रशासन ने जल्द ही किसानों की मांगों का निस्तारण करने का आश्वासन दिया।