संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा में यमुना प्राधिकरण के अतिक्रमण हटाओ दस्ते ने मंगलवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। इस दौरान प्राधिकरण की टीम ने लगभग 63 हजार वर्ग मीटर जमीन कब्जा जमा कराया है। कब्जा मुक्त कराई गई जमीन की कीमत लगभग 128 करोड रुपए है।
दरअसल, यमुना प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में कॉलोनाइजर के द्वारा अवैध कालोनिया काटी जा रही थी इनकी शिकायत मिलने पर मंगलवार को यमुना प्राधिकरण का अतिक्रमण हटाओ दस्ता मौके पर पहुंचा। जहाँ कॉलोनाइजर के द्वारा किए जा रहे अवैध अतिक्रमण को जेसीबी की मदद से ढा दिया गया। इस दौरान लगभग डेढ़ लाख वर्ग मीटर जमीन को कॉलोनाइजर के कब्जे से प्राधिकरण ने मुक्त कराया है।
यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र कुमार भाटिया ने प्राधिकरण की टीम के साथ अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बिना अनुमति के अवैध कॉलोनाइजर के द्वारा विकसित की जा रही कालोनियां व अन्य जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा था। अवैध निर्माण व प्लाटिंग के विरुद्ध उत्तर प्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एक्ट 1976 की धारा 10 के अंतर्गत गांव जेवर बांगर, मंगरोली व मेवला गोपालगढ़ से अतिक्रमण को हटाया। प्राधिकरण के द्वारा तीनों गांव की कुल क्षेत्रफल 6.3763 हेक्टेयर अर्थात 63763 वर्ग मीटर भूमि से अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कराया गया है।
यमुना प्राधिकरण के द्वारा चलाई गई अतिक्रमण हटाओ अभियान के द्वारा मुक्त कराई गई जमीन की कीमत लगभग 128 करोड रुपए बताई जा रही है। इस दौरान यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ भूलेख विभाग के अधिकारी, उप जिलाधिकारी जेवर के साथ भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही। इस दौरान अवैध कॉलोनियां काटने वाले कॉलोनाइजर्स के खिलाफ एफआईआर भी कराई गई है। इसके साथ ही प्राधिकरण के अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि इस प्रकार की अवैध कॉलोनी में कोई भी व्यक्ति खरीद – फरोख्त ना करें। उसके बाद अगर कोई व्यक्ति खरीद – फ़रोख़्त करता है तो उसके नुकसान के लिए प्राधिकरण जिम्मेदार नहीं होगा।