ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से बल्क वेस्ट जनरेटरों के लिए शुरू की गई स्वच्छता रैकिंग प्रतियोगिता के नतीजेे जल्द आने वाले हैं। प्रथम पांच पायदान पर रहने वाली सोसाइटियों व शिक्षण संस्थानों को पुरस्कृत किया जाएगा। सीईओ रितु माहेश्वरी के निर्देश पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। प्राधिकरण की टीम मौके पर जाकर सर्वे कर रही है। स्वच्छता रैकिंग प्रतियोगिता सभी पैरामीटर की गहनता से पड़ताल कर रही है।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा में ठोस अपशिष्ट कूड़ा प्रबंधन नियम 2016 लागू है। इसके तहत बल्क वेस्ट जनरेटरों को कूड़े का निस्तारण खुद से करना होता है। प्राधिकरण री-साइकिल न हो पाने वाले इनर्ट वेस्ट को ही उठाता है। अधिकतर सोसाइटिया बल्क वेस्ट जनरेटर की श्रेणी में आती हैं। स्वच्छता को और बढ़ावा देने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से स्वच्छता रैंकिंग प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। प्रतियोगिता के लिए स्वच्छता से जुड़े पैरामीटर तय करते हुए प्राधिकरण ने ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। सोसाइटियों व शिक्षण संस्थानों से स्वच्छता से जुडे़ सवाल पूछे गए। मसलन, रोजाना कितना वेस्ट निकलता है। क्या उसे सेग्रिगेट किया जा रहा है। किस कैटेगरी का कितना वेस्ट निकलता है, एसटीपी है कि नहीं, सूखे व गीले कूड़े का प्रबंधन आदि पैरामीटर तय किये गये हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने बताया कि निर्धारित पैरामीटर पर आधारित प्रतियोगिता में करीब 37 सोसाइटियों ने हिस्सा लिया। इनमें से सर्वाधिक पैरामीटर पूरा करने वाली 10 सोसाइटियों का चयन किया गया। अब प्राधिकरण की टीम मौके पर जाकर सर्वे कर रही है। प्राधिकरण की टीम अब तक पूर्वांचल रॉयल सिटी सोसाइटी, सिविल सर्विस ऑफिसर वेलफेयर सोसाइटी, आर्म्ड फोर्सेस ऑफिसर सोसाइटी, एल्डिको मिस्टिक ग्रीन्स सोसाइटी, बैनेट यूनिवर्सिटी व केंद्रीय विद्यालय का निरीक्षण कर चुकी है। बाकी सोसाइटियों का भी जल्द सर्वे किया जाएगा।
सर्वे होने के बाद सर्वश्रेष्ठ पांच को किया जाएगा पुरस्कृत
स्वास्थ विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक उत्सव निरंजन के नेतृत्व में सर्वे करने वाली इस टीम में एओए के प्रतिनिधि, सेनेटरी इंस्पेक्टर दिनेश कुमार, एनजीओ ऑल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल सेल्फ गवर्नमेंट से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के एक्सपर्ट ने पड़ताल की। इन 10 सोसाइटियों और इंस्टीट्यूशनल कैटेगरी में आई प्रविष्टियों में सर्वे होने के बाद सर्वश्रेष्ठ पांच को पुरस्कृत किया जाएगा। पहले पायदान पर रहने वाली सोसाइटी वाह इंस्टिट्यूट को 30 हजार, दूसरे स्थान पर रहने वाली सोसाइटी और इंस्टिट्यूट को 25 हजार, तीसरे स्थान पर 20 हजार, चौथे पर 7500 और पांचवें स्थान पर रहने वाली सोसाइटी और इंस्टिट्यूट को 5000 रुपये पुरस्कार दिए जाएंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने स्वच्छता रैंकिंग प्रतियोगिता के नतीजों का जल्द एलान करने की बात कही है। सीईओ रितु माहेश्वरी ने ग्रेटर नोएडावासियों से शहर को स्वच्छता में अव्वल बनाने में सहयोग की अपील की है।