ब्रजघाट से गंगाजल लेकर लौट रहे कांवड़ियों के साथ मामूली बात पर पुलिसकर्मी से नोकझोंक हो गई। इससे नाराज शिवभक्तों ने रविवार शाम करीब छह बजे हसनपुर-संभल मार्ग पर जाम लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने कांस्टेबल पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाते हुए उसे बर्खास्त करने की मांग की।
मामला बिगड़ता देख सीओ श्वेताभ भास्कर मौके पर पहुंचे। उन्होंने शिवभक्तों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद एएसपी ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर शिवभक्तों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन कांवड़िये सिपाही को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े रहे।
वहीं सिपाही के निलंबन का लिखित आश्वासन मिलने के बाद रात करीब 10:30 कावंड़ियों ने जाम खोल दिया। सैदनगली निवासी पंचू अग्रवाल के नेतृत्व में शिवभक्तों का जत्था शनिवार रात को ब्रजघाट से कांवड़ लेने के लिए सैदनगली से रवाना हुआ था।
रविवार सुबह ब्रजघाट में गंगाजल लेकर सैकड़ों की संख्या में शिवभक्तों का जत्था जल लेकर सैदनगली के लिए रवाना हुआ। गजरौला और हसनपुर होते हुए शिवभक्त शाम करीब छह बजे कस्बा उझारी पहुंचे। यहां से सैदनगली के दूरी केवल छह किलोमीटर ही बची थी।
उझारी में डीजे पर शिवभक्त थिरकते हुए चल रहे थे। इसी बीच रास्ते पर सही से चलने को लेकर एक सिपाही ने शिवभक्त से कुछ कह दिया, जिसको लेकर कांवड़िये व कांस्टेबल में नोकझोंक हो गई। कावड़ियों का आरोप है कि कांस्टेबल ने शिवभक्त को थप्पड़ मारा। जिससे नाराज शिवभक्तों ने संभल मार्ग परजाम लगा दिया।
शिवभक्त पंचू अग्रवाल का कहना है कि जब तक कांस्टेबल को बर्खास्त नहीं किया जाएगा। तब तक वे यहां से उठने वाले नहीं हैं। कांस्टेबल पर बंदूक तानने का भी आरोप लगाया। जब थाना पुलिस के समझाने पर भी शिवभक्त शांत नहीं हुए तो करीब सात बजे सीओ श्वेताभ पहुंचे।
उन्होंने शिवभक्तों को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। उधर, जाम लगने से वाहनों का आवागमन ठहर गया। दूर-दूर तक वाहनों की लाइन लग गई।
अपर पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर शिवभक्तों से वार्ता की, लेकिन उनकी आश्वासन पर भी शिवभक्त शांत नहीं हुए। रात करीब 10ः30 बजे सिपाही लिखित में आश्वासन मिलने पर कावड़ियों ने जाम खोला। करीब साढ़े चार घंटे रहे जाम के दौरान लोगों का परेशानी का सामना करना पड़ा।