संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर 39 गांव के किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 37 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल गौतम बुध नगर लोक सभा सांसद डॉ महेश शर्मा से मिला और उन्होंने अपनी मांगों का ज्ञापन सौंप कर उन्हें हल करने की मांग की। सांसद ने किसानों की सभी समस्याओं को शीघ्र हल कराने का आश्वासन दिया है।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा के 39 गांवो के किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 37 दिनों से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के बाहर महापड़ाव में डटे हुए हैं। किसान दिन और रात अपनी मांगों को लेकर कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि प्राधिकरण किसानों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर धरना दे रहे किसान 10% आबादी प्लॉट, किसानों की आबादियों लीजबैक, 40 वर्ग मीटर का भूमिहीन किसानों को प्लॉट, रोजगार, सर्किल रेट का 4 गुना मुआवजा, किसानों को 120 मीटर न्यूनतम प्लॉट और 17.5 प्रतिशत किसानों का कोटा जैसे अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं
बुधवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि हमने राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, गौतम बुध नगर के लोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा, दादरी विधायक तेजपाल नागर और अधिकारियों में एसडीएम से लेकर प्राधिकरण के चेयरमैन तक सभी को अपने मुद्दों को लेकर ज्ञापन देकर वार्ता के लिए अवगत करा दिया है। जनप्रतिनिधियों द्वारा समस्याओं का समाधान करने के लिए आश्वासन दिया गया है परंतु अभी तक कोई ठोस नतीजे नहीं आए हैं। किसान सभा के सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा कि 2 जून को धरने पर युवाओं को समर्पित कार्यक्रम होगा जिसमें बेरोजगारी के मुद्दे को युवाओं द्वारा जोर-शोर से उठाया जाएगा।
किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि इस बार किसान पूरे धैर्य के साथ आंदोलन को चला रहे हैं। आंदोलन तब तक चलेगा जब तक मुद्दे हल नहीं हो जाते। आगामी 6 जून को हजारों की संख्या में किसान प्राधिकरण कार्यालय पर इखट्टा होंगे। शासन – प्रशासन के पास मौका है कि वह किसानों की समस्याओं को जल्द हल कर दें अन्यथा आंदोलन के उग्र होने अथवा बढ़ते जाने की सारी जिम्मेदारी प्राधिकरण और प्रशाशनिक अधिकारियों की होगी।
वही इस मौके पर संदीप भाटी ने कहा कि हमने पूरी तैयारी कर ली है दिल्ली आंदोलन की तर्ज पर हम डेरा डालो – घेरा डालो कार्यक्रम 6 जून से प्राधिकरण कार्यालय के बाहर शुरू करेंगे । जिसमें गांव से किसान भारी संख्या में प्राधिकरण कार्यालय पर आकर डेरा डालकर यही डर जाएंगे और अपनी मांगों के पूरी होने तक यहीं पर डटे रहेंगे।