संचार न्यूज़। शिव नाडर यूनिवर्सिटी और यूपी स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीसीड़ा) से प्रभावित किसानों ने ग्रेटर नोएडा ऑथोरिटी की तर्ज पर सभी सुविधाएं दिए जाने की मांग की है। जिसको लेकर 1 सितंबर 2023 को शिव नाडर यूनिवर्सिटी का घेराव कर आंदोलन किया जाएगा। इसके लिए शनिवार को किसानों ने दादरी एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के बाद किसानों ने अपना जन जागरण अभियान शुरू कर दिया।
दरअसल, चिटहेरा और दतावली गांव की जमीन को प्रशासन ने शिव नाडर यूनिवर्सिटी के लिए अधिग्रहण किया था। उस समय किसानों को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तर्ज पर मुआवजा दिया गया और दस प्रतिशत आवासीय भूखंड देने की घोषणा की गई थी लेकिन किसान काफी समय से शिव नाडर यूनिवर्सिटी और यूपीसीड़ा से सुविधाएं देने की मांग कर रहे हैं लेकिन किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया। जिसके लिए किसान अब आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।
जय जवान जय किसान मोर्चा संगठन की ओर से किसान नेता सुनील फौजी एडवोकेट ने बताया कि शिव नाडर यूनिवर्सिटी द्वारा तय शर्तो के अनुसार ग्रेटर नोएडा ऑथोरिटी की तर्ज पर ज्यादातर किसानों को 64.7% बढ़ा हुआ मुआवजा तो दे दिया गया है लेकिन 10% आवासीय प्लॉट अभी तक नहीं दिए गए हैं। इस के साथ ही युवाओं को रोजगार दिए जाने और प्रभावित चिटहेरा व दतावली आदि गांवों का विकास किए जाने सहित अनेक मुद्दों पर संतोषजनक कार्य नहीं किया गया जिसके कारण किसानों में भारी रोष है। इसके चलते अब अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए किसानों ने आंदोलन करने की तैयारी शुरू कर दी है।
बीते दिनों से चिटहेरा गांव में किसानों ने एक पंचायत का आयोजन किया था जिसमें सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि यदि वादे के अनुसार 25 अगस्त तक 10% प्लॉट के आवंटन पत्र नहीं दिए गए या अन्य मांगों पर एक साथ कार्यवाही नहीं की गई तो 1 सितंबर को शिव नाडर यूनिवर्सिटी का घेराव कर आंदोलन शुरू किया जाएगा। पंचायत में यह भी फैसला लिया गया कि इस संबंध में 5 अगस्त को तहसील पहुंचकर लिए गए निर्णय से प्रशासनिक अधिकारियों को भी अवगत कराते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।
तय कार्यक्रम के तहत शनिवार को पीड़ित किसानों ने दादरी तहसील पहुंचकर उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और उसके बाद चिटहेरा गांव पहुंचकर आंदोलन को मजबूत करने के लिए जन जागरण अभियान की शुरुआत की। इस मौके पर महेंद्र नेताजी, राजू नंबरदार, जीते चैंपियन, ध्यान सिंह फौजी, विनय भाटी, अजब सिंह, नरेंद्र भाटी, नीरज प्रधान, फतेह सिंह, उधम सिंह और संतराम सहित आदि लोग मौजूद रहे।